रांची, 8 अक्टूबर 2025 —
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा कल प्रस्तावित झारखंड तकनीकी/विशिष्ट योग्यताधारी स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा को अचानक स्थगित किए जाने के फैसले पर भाजपा के राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि परीक्षा रद्द किए जाने का निर्णय “समझ से परे” है। सांसद वर्मा ने सरकार से सवाल किया,
“क्या ऐसा निर्णय लेने से पहले छात्र-छात्राओं की असुविधाओं पर गौर किया गया? क्या सोचा गया कि अपने-अपने परीक्षा केंद्रों तक दूर-दराज़ जिलों से पहुंच चुके विद्यार्थियों पर अब क्या बीत रही होगी?”
वर्मा ने इसे राज्य के युवाओं के साथ अन्यायपूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि झारखंड के हजारों युवाओं ने इस परीक्षा की तैयारी में महीनों की मेहनत और संसाधन लगाए हैं, ऐसे में अंतिम क्षण में परीक्षा स्थगित करना उनके भविष्य और विश्वास दोनों पर चोट है।
इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं — नगेंद्र नाथ त्रिपाठी, कर्मवीर सिंह और बाबूलाल मरांडी — ने भी आयोग और राज्य सरकार से स्पष्ट कारण बताने की मांग की है।
फिलहाल, JSSC की ओर से परीक्षा स्थगन के पीछे के कारणों को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।