पलामू । जिले में बालू घाटों की नीलामी की प्रक्रिया एक बार फिर से शुरू हो गई है। एक महीने पहले अत्यधिक आरक्षित दरों के कारण नीलामी सफल नहीं हो पाई थी, जिसके बाद अब सरकार ने कीमतों में भारी कमी करते हुए प्रक्रिया को पुनर्जीवित किया है।

इससे पहले, मेदिनीनगर स्थित सिंगरा बालू घाट की आरक्षित कीमत 231 करोड़ रुपये निर्धारित थी, जिसे अब घटाकर 139 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इस प्रकार इस घाट की कीमत में 100 करोड़ रुपये से अधिक की कमी की गई है। सिंगरा घाट, जो लगभग 205 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है, झारखंड का सबसे बड़ा बालू घाट माना जाता है। इसके लिए बोली लगाने वाले खरीदारों को न्यूनतम 13.90 करोड़ रुपये की राशि जमा करनी होगी।
इस बार की नीलामी प्रक्रिया में कुल 38 बालू घाटों को शामिल किया गया है, जिन्हें 12 अलग-अलग समूहों में बांटा गया है। इनमें से 17 घाट 5 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैले हैं। नीलामी में भाग लेने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 6 अक्टूबर निर्धारित की गई है और सभी बोलियाँ ऑनलाइन माध्यम से आमंत्रित की जाएंगी।
पलामू जिले के खनन पदाधिकारी सुनील कुमार ने इस नई नीलामी प्रक्रिया की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से बालू घाटों की नीलामी न होने के कारण सरकारी राजस्व और स्थानीय आपूर्ति प्रभावित हुई थी, जिसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है।