एसपी कॉलेज चौक से आरम्भ हुई विशाल जन आंदोलन रैली
सरकार मांगे को पूरा नहीं करती है छात्र करेंगे चरणबद्ध आंदोलन :राजीव बास्की
संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
दुमका : दुमका एसपी कॉलेज चौक से दुमका सदर तक विशाल जन आंदोलन रैली संथाल परगना समन्वय समिति की तरफ से शुक्रवार को आयोजित की गई। इस विशाल रैली में विभिन्न सामाजिक सगठन के लोग शामिल हुए। रैली मे शामिल लोगों ने बताया की गोड्डा जिला के आदिवासी नेता सूर्या हांसदा को 10 अगस्त की शाम में गोड्डा पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर के नाम पर हत्या की गई। रैली में शामिल सूर्या हांसदा की पत्नी सुशीला मुर्मू ने सीधा आरोप लगाया कि झारखंड सरकार की गोड्डा पुलिस ने उनके पति को बिना कोई वजह से मारा। सुशीला मुर्मू ने बताया कि सूर्य नारायण हांसदा हमेशा जनता की हित के लिए सोचते थे और उन्होंने एक आवासीय विद्यालय खोलकर 350 गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा देने का कार्य करते हैं।उन्होंने कहा सीबीआई जांच ही होनी और दोषी अफसरों को सजा मिलनी चाहिए। रैली में शामिल छात्र नेता डॉक्टर श्यामदेव हेंब्रम ने कहा कि हेमंत सोरेन आदिवासी विरोधी सरकार बन गई है, जो जनता की हित के लिए नहीं सोच रही है। मौके पर छात्र नेता राजीव बास्की ने कहा यही सरकार मांगे को पूरा नहीं करती है तो सभी छात्र चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। झारखण्ड क्रांति सेना के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा यदि हेमंत सोरेन जनता की मांग को अनसुना करेगी तो ग्राम स्तर से राजभवन तक आंदोलन किया जाएगा। झारखण्ड क्रांति सेना के महासचिव निखिल मुर्मू ने कहा कि इस वक्त हेमंत सोरेन सरकार भू माफिया बालू माफिया पत्थर माफिया के इशारों पर चल रही है यदि हेमंत सोरेन जनता की हित के लिए नहीं सोचेगी तो जनता उन्हें आगामी चुनाव में सबक सिखाएगी। गिरिडीह से पहुंचे सिकंदर हेंब्रम ने कहा हेमंत सोरेन माफिया पंकज मिश्रा के इशारों से चल रहें हैं, जनता जाग चुकी है और अब हेमंत सोरेन का पर्दाफाश हो गया है। मौके पर मंगल सिंह बोबोंगा(पूर्व विधायक) प्रभाकर तिर्की, एल एम उरांव शाहिद दर्जन भर संख्या में रांची से संगठन के प्रतिनिधि और पूर्व झारखंड आंदोलनकारी इस विशाल जन आक्रोश रैली में मौजूद थे। सब ने एक स्वर में इस हत्याकांड मामले में सीबीआई जांच की मांग की और इस मामले में सीधे तौर पर झारखंड सरकार और झारखंड पुलिस को दोषी कराया।दुमका के 10 प्रखंडों से कई संगठनों के प्रतिनिधि सहित झारखंड राज्य के जमशेदपुर, रांची, गिरिडीह, गोड्डा जामताड़ा सहित जिलों से सैकड़ो की संख्या में जनता और विभिन्न संगठन मौजूद थे।