रांची ईडी का बड़ा एक्शन: मैक्सिजोन टच प्राइवेट लिमिटेड के 600 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाशरांची

रांची। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी रांची ने शुक्रवार को एक बड़े वित्तीय घोटाले का भंडाफोड़ किया है। 16 सितंबर 2025 को दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, वैशाली बिहार और देहरादून में कई परिसरों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें मैक्सिजोन टच प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक चंद्रभूषण सिंह तथा प्रियंका सिंह द्वारा की गई 600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। इस मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम पीएमएलए, 2002 के तहत कार्रवाई की गई। तलाशी के दौरान कई अहम सबूत बरामद हुए, जिसमें नकली पहचान पत्र, हाथ से लिखे नोट्स, डायरी में दर्ज वित्तीय लेन-देन और नकदी सौदों का ब्योरा, विभिन्न संस्थाओं के चेकबुक, साथियों की जानकारी और डिजिटल साक्ष्य शामिल हैं। ये सबूत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि यह घोटाला एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा था। इससे पहले, 9 सितंबर 2025 को जमशेदपुर पुलिस ने चंद्रभूषण सिंह और प्रियंका सिंह को धनबाद के गोमो रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था, जो भुवनेश्वर भागने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, इस जोड़े ने देशभर के करीब 25,000 निवेशकों को ठगा था। विशेषज्ञों का मानना है कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों
एनबीएफसी से जुड़े घोटालों में पिछले पांच वर्षों में 30% की वृद्धि हुई है, जैसा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की 2023 की रिपोर्ट में उल्लेखित है। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों जर्नल ऑफ फाइनेंशियल क्राइम, 2024 के अनुसार, बड़े पैमाने के 40% घोटालों में विदेशी खातों का इस्तेमाल होता है, जो इस मामले में भी संभावित अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की ओर इशारा करता है। ईडी अब बरामद साक्ष्यों की जांच कर रही है और इस नेटवर्क के अन्य संलिप्त लोगों तक पहुंचने की कोशिश में है। यह कार्रवाई देश में धन शोधन और वित्तीय धोखाधड़ी के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है। निवेशकों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और संदिग्ध योजनाओं से बचें।

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

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