रांची। राज्य विधानसभा में गुरुवार को नये प्रखंडों के गठन का मुद्दा जोरदार तरीके से उठा। गैर सरकारी संकल्प के तहत भाजपा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी की अनुपस्थिति में नवीन जायसवाल ने सदन में प्रस्ताव पढ़ते हुए गढ़वा-रंका विधानसभा क्षेत्र के पेसका, ओखरगाड़ा, डुमरिया, विश्रामपुर और कोदरमाना को प्रखंड बनाने की मांग की। उनका तर्क था कि यदि ये क्षेत्र प्रखंड गठन की जरूरी शर्तें पूरी करते हैं, तो सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। इसी दौरान डालटनगंज विधायक आलोक चौरसिया ने भी चैनपुर प्रखंड अंतर्गत नरसिंहपुर पथरा को प्रखंड का दर्जा देने की मांग रखी। इन मांगों पर जवाब देते हुए ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने स्पष्ट कहा कि संबंधित क्षेत्रों की डीसी रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में ये प्रखंड बनने की आहर्ता पूरी नहीं करते। उन्होंने बताया कि सरकार फिलहाल नये प्रखंडों के गठन को लेकर पुनर्विचार कर रही है और इसके लिए पात्रता मानकों को नये सिरे से तय करने की प्रक्रिया चल रही है। मंत्री ने कहा कि सरकार के 2015 के नोटिफिकेशन के मुताबिक किसी क्षेत्र को प्रखंड बनाने के लिए कम से कम 18 पंचायतें और एक से सवा लाख की जनसंख्या जरूरी है। हालांकि, चर्चा के दौरान यह सवाल भी उठा कि पलामू में मात्र चार पंचायतों को जोड़कर एक प्रखंड बनाया गया था। इस पर मंत्री ने कहा कि पूरा मामला विभाग अध्ययन कर रहा है और नये मानक तय होने के बाद इस दिशा में आगे की कार्रवाई होगी।
