खबर का असर

मनरेगा योजना में 20 लाख की गड़बड़ी का मामला
खबर छपने के बाद हरकत में आया प्रशासन, जांच टीम ने किया स्थलीय निरीक्षण

कई योजनाओं में मिली अनियमितता, जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपेगी टीम
पाकुड़ संवाददाता
महेशपुर प्रखंड अंतर्गत जयपुर वरूगा पंचायत में मनरेगा योजना के तहत लाखों की गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। “प्रभात खबर” द्वारा 3 जुलाई को “मनरेगा योजना में 20 लाख की गड़बड़ी का आरोप, जांच की मांग” शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद उपायुक्त मनीष कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जांच टीम का गठन किया।
गुरुवार को गठित जांच टीम ने जयपुर पंचायत पहुंचकर कुल 23 योजनाओं की स्थल जांच की। इन योजनाओं में कुकुरकूट आवास, पशू शेड सहित कई कार्य ऐसे पाए गए, जिन्हें कागजों पर पूरा दिखाया गया है, जबकि धरातल पर कई कार्य नहीं हुआ है। टीम में जिला परियोजना पदाधिकारी मोतीउर रहमान, पाकुडिया के सहायक अभियंता रोहित गुप्ता, महेशपुर बीडीओ सिद्धार्थ शंकर यादव समेत अन्य अधिकारी शामिल थे।
स्थल जांच के दौरान कई योजनाओं में भारी अनियमितताएं उजागर होने की संभावना हैं। हालांकि जांच टीम ने अभी तक अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की है। टीम ने स्पष्ट किया है कि विस्तृत रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी जाएगी।
जिला परियोजना पदाधिकारी पर उठे सवाल—
इस पूरे मामले में शिकायतकर्ता व जयपुर पंचायत के समाजसेवी जसीमुद्दीन ने जिला परियोजना पदाधिकारी मोतीउर रहमान की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोतीउर रहमान वर्षों से पाकुड़ जिले में पदस्थापित हैं और पूर्व में भी कई शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में जिले भर में दर्जनों योजनाओं की जांच हुई, लेकिन अब तक किसी भी योजना पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इससे उनकी जांच की निष्पक्षता पर संदेह उत्पन्न होता है।