संथाल हूल एक्सप्रेस सेंट्रल डेस्क
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर:
भारत की स्टार पैरा एथलीट सिमरन शर्मा की मेहनत और उपलब्धि अब संकट में पड़ सकती है। हाल ही में संपन्न हुई वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में जीते गए गोल्ड और सिल्वर मेडल उनसे छीने जा सकते हैं।
इसका कारण यह है कि उनके गाइड रनर उमर सैफी का डोपिंग टेस्ट (Doping Test) पॉज़िटिव पाया गया है।
???? डोपिंग टेस्ट में मिली बड़ी चूक
सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) ने जांच में पाया कि उमर सैफी के शरीर में ड्रोस्टेनोलोन (Drostanolone) नामक प्रतिबंधित पदार्थ पाया गया है, जो एनाबॉलिक स्टेरॉयड की श्रेणी में आता है।
यह दवा आमतौर पर मांसपेशियों की ताकत और प्रदर्शन बढ़ाने के लिए ली जाती है, लेकिन खेलों में इसके इस्तेमाल पर सख्त प्रतिबंध है।
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी ने उमर सैफी को अस्थायी रूप से निलंबित (Suspended) कर दिया है, जब तक कि जांच की पूरी रिपोर्ट सामने नहीं आ जाती।
⚖️ पदक पर खतरा, नियमों के तहत दोनों को दंड संभव
अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स नियमों के अनुसार, यदि गाइड रनर डोप टेस्ट में दोषी पाया जाता है, तो मुख्य एथलीट के प्रदर्शन और पदक पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि पैरा स्पर्धाओं में गाइड और एथलीट को एक टीम के रूप में गिना जाता है।
यदि सैफी का निलंबन कायम रहता है, तो सिमरन शर्मा के पदक रद्द किए जा सकते हैं, और भारत को इस प्रतियोगिता में मिले महत्वपूर्ण अंक भी खत्म हो जाएंगे।
????️ फेडरेशन ने दी सफाई — “अभी जांच जारी है”
भारतीय पैरा एथलेटिक्स फेडरेशन के एक अधिकारी ने कहा —
“सिमरन शर्मा का प्रदर्शन निष्पक्ष और स्वच्छ रहा है।
डोपिंग का मामला उनके गाइड से जुड़ा है, जिसकी जांच NADA द्वारा की जा रही है।
अंतिम निर्णय रिपोर्ट आने के बाद ही लिया जाएगा।”
सिमरन शर्मा ने भी मीडिया से कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि न्याय होगा और उनकी मेहनत पर सवाल नहीं उठाया जाएगा।
???????? भारत की उम्मीद और पैरा खेलों की साख
सिमरन शर्मा देश की उन कुछ महिला पैरा एथलीटों में से हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है।
उन्होंने कई बार यह साबित किया है कि दृष्टिबाधा जैसी चुनौती भी इच्छाशक्ति के सामने छोटी पड़ जाती है।
लेकिन अब यह विवाद न केवल उनके करियर, बल्कि भारत की पैरा एथलेटिक्स प्रतिष्ठा के लिए भी चिंता का विषय बन गया है।