भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को मिली ‘Y’ कैटेगरी की सुरक्षा — गृह मंत्रालय ने बढ़ाया सुरक्षा घेरा, IB रिपोर्ट में जताया गया था खतरा

सुरक्षा एजेंसियों ने दी रिपोर्ट: हाल के महीनों में बढ़ी धमकियों और राजनीतिक सक्रियता के चलते केंद्र का बड़ा निर्णय

नई दिल्ली / पटना, विशेष रिपोर्ट (संथाल हूल एक्सप्रेस):
भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और चर्चित गायक पवन सिंह को केंद्र सरकार ने Y-कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है।
यह फैसला गृह मंत्रालय (MHA) ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की विस्तृत थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर लिया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया था कि पवन सिंह की जान को संभावित खतरा है, विशेष रूप से हाल के राजनीतिक बयानों और सार्वजनिक कार्यक्रमों के बाद।

क्या है Y-कैटेगरी सुरक्षा?

‘Y कैटेगरी’ सुरक्षा देश के VVIP सिक्योरिटी सिस्टम का तीसरा स्तर है।
इसमें कुल 11 सुरक्षाकर्मी (जिसमें NSG और CRPF कमांडो शामिल होते हैं) हमेशा व्यक्ति की सुरक्षा में तैनात रहते हैं।
इस श्रेणी में आने वालों को

व्यक्तिगत बॉडीगार्ड,

घर और यात्रा के दौरान एस्कॉर्ट गाड़ियों का सुरक्षा काफिला,

और स्थानीय पुलिस का सहयोग भी मिलता है।

गृह मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक —
“पवन सिंह के खिलाफ कुछ धमकी भरे संदेश और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी।
उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान भीड़ में संदिग्ध व्यक्तियों की मौजूदगी पाई गई, जिसके बाद सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया गया।”

भोजपुरी स्टार से जन-प्रिय नेता तक — बढ़ती लोकप्रियता बनी वजह

पवन सिंह न केवल भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार हैं, बल्कि पिछले कुछ वर्षों में वे सामाजिक और राजनीतिक चर्चाओं के केंद्र में भी रहे हैं।
उनकी लोकप्रियता बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल तक फैली है।
हाल ही में उन्होंने अपने बयानों में भोजपुरी संस्कृति, राष्ट्रवाद और युवाओं की भूमिका पर मुखर रुख अपनाया था,
जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर कई धमकी भरे संदेश मिले।

सूत्रों का कहना है कि कुछ संगठनों और असामाजिक तत्वों ने
उनकी राजनीतिक सक्रियता और जनता के बीच प्रभाव को देखते हुए विरोध प्रदर्शन की भी धमकी दी थी।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि

“पवन सिंह की सुरक्षा को लेकर IB ने विस्तृत रिपोर्ट सौंपी थी,
जिसमें उनकी सार्वजनिक उपस्थिति, यात्रा पैटर्न और डिजिटल धमकियों का विश्लेषण किया गया।
रिपोर्ट में खतरे का स्तर ‘मध्यम से गंभीर’ श्रेणी में पाया गया।”

इसके बाद गृह मंत्रालय ने तुरंत Y-कैटेगरी सुरक्षा आवंटित करने का आदेश जारी किया।

सुरक्षा व्यवस्था का खाका

पवन सिंह को दी गई सुरक्षा में शामिल होंगे —

11 सुरक्षाकर्मी (CRPF / CISF के प्रशिक्षित कमांडो)

दो पायलट वाहन और एक एस्कॉर्ट गाड़ी

उनके निवास और शूटिंग स्थल पर स्थायी निगरानी व्यवस्था

और कार्यक्रम स्थलों पर स्थानीय पुलिस की अग्रिम तैनाती

साथ ही, IB और गृह मंत्रालय की सुरक्षा शाखा लगातार उनके मूवमेंट और पब्लिक इवेंट्स की मॉनिटरिंग करेगी।

सुरक्षा मिलने के बाद पवन सिंह ने मीडिया से कहा —

“मैं भारत सरकार और गृह मंत्रालय का आभार व्यक्त करता हूँ।
मैं हमेशा अपने देश, भाषा और संस्कृति के लिए काम करता रहूंगा।
कुछ असामाजिक तत्व डराने की कोशिश करते हैं, लेकिन मैं जनता के प्यार से और भी मजबूत बनता हूँ।”

सोशल मीडिया पर समर्थन की लहर

सुरक्षा मिलने के बाद सोशल मीडिया पर “#WeStandWithPawanSingh” ट्रेंड करने लगा।
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री, राजनीतिक नेताओं और फैंस ने इसे “भोजपुरी कलाकारों की सुरक्षा को लेकर ऐतिहासिक कदम” बताया।

भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने X (ट्विटर) पर लिखा —

“पवन जी सिर्फ एक स्टार नहीं, बल्कि हमारी भाषा और पहचान की आवाज हैं।
उन्हें सुरक्षा मिलना हम सबके लिए गर्व की बात है।”

IB की रिपोर्ट में क्या था?

इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार —

पवन सिंह के 10 से अधिक सार्वजनिक कार्यक्रमों में भीड़ प्रबंधन में सुरक्षा खामियां पाई गईं।

उन्हें ऑनलाइन धमकियां (Instagram, X, Facebook पर) मिलीं।

और कई संदिग्ध फोन कॉल्स और ईमेल्स की जांच अभी जारी है।
IB ने कहा कि ये सभी गतिविधियाँ “संगठित ट्रोल नेटवर्क या किसी आपराधिक तत्व” से जुड़ी हो सकती हैं।

राजनीतिक पृष्ठभूमि और संभावनाएँ

हाल के महीनों में पवन सिंह के राजनीति में आने के संकेत भी चर्चा में रहे हैं।
उनकी लोकप्रियता और भीड़ खींचने की क्षमता को देखते हुए कई राजनीतिक दलों ने उन्हें अपने साथ जोड़ने की कोशिश की है।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके कार्यक्रमों में युवाओं की बड़ी संख्या देखी गई,
जो आने वाले चुनावों में “सेलिब्रिटी इन्फ्लुएंस” की भूमिका निभा सकती है।

राजनीतिक विश्लेषक डॉ. संजय पांडेय कहते हैं —

“पवन सिंह अब सिर्फ एक कलाकार नहीं रहे,
वे सामाजिक-राजनीतिक प्रतीक बन चुके हैं।
ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार का निर्णय एक ‘प्रोएक्टिव कदम’ है।”

कला, लोकप्रियता और सुरक्षा का संगम

पवन सिंह को Y-कैटेगरी सुरक्षा मिलना इस बात का संकेत है कि
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री अब राष्ट्रीय सुरक्षा विमर्श का हिस्सा बन चुकी है।
जहाँ कलाकारों की लोकप्रियता उन्हें जन-प्रतिनिधि के स्तर पर खड़ा कर देती है,
वहीं सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह चुनौती है कि वे लोकप्रियता और खतरे के बीच संतुलन बनाए रखें।

“यह सिर्फ पवन सिंह की सुरक्षा नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के क्षेत्रीय कलाकारों के सम्मान की रक्षा भी है।”


????– मनोरंजन और राष्ट्रीय ब्यूरो, संथाल हूल एक्सप्रेस (हिंदी दैनिक)
(नई दिल्ली / पटना ब्यूरो की संयुक्त रिपोर्ट)

PawanSingh #YCategorySecurity #BhojpuriCinema #HomeMinistry #IBReport #NationalSecurity #CRPF #SanthalHulExpress #BreakingNews

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

Leave a Comment