हजारीबाग। जिले के गोरहर पाँति पीरी जंगल में सोमवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली। इस मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी नक्सली सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश, 25 लाख का इनामी रघुनाथ हेंब्रम और 10 लाख का इनामी बिरसेन गंझू उर्फ रामखेलावन मारे गए। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि मारे गए नक्सली कई बड़ी वारदातों में शामिल थे। इन नक्सलियों ने पूर्व में 137 रायफलें लूटी थीं और बिहार में 10 पुलिसकर्मियों की हत्या की थी। इसके अलावा, झारखंड के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के पुत्र की हत्या में भी इनकी संलिप्तता रही है। यह अभियान हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन के नेतृत्व में कोबरा बटालियन और हजारीबाग पुलिस की संयुक्त टीम ने चलाया। मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार व सामग्री बरामद की गई। बरामदगी में तीन ऐके -47 राइफल मैगजीन सहित, 63 जिंदा कारतूस, छह भरे हुए मैगजीन, तीन मैगजीन पाउच, सैमसंग गैलेक्सी टैब, कई पेन ड्राइव, दो माइक्रो एसडी कार्ड, एक एसएसडी, ₹200 के 17 नोट, ₹100 के 19 नोट, चार माओवादी पर्चे, ग्रेनेड के स्प्लिंटर, लीवर, सॉन्ग और छह सिरिंज/इंजेक्शन शामिल हैं।डीजीपी ने कहा कि यह अभियान नक्सलवाद उन्मूलन की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि है और इस कार्रवाई से नक्सलियों के नेटवर्क को गहरा झटका लगा है। उन्होंने अन्य नक्सलियों से भी मुख्यधारा में लौटने और आत्मसमर्पण करने की अपील की। सुरक्षाबलों का तलाशी अभियान क्षेत्र में जारी है।
