लोहरदगा। नगर भवन में रविवार को आदिवासी कर्मचारी समिति की ओर से करम पूर्व संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में लोहरदगा सांसद सुखदेव भगत उपस्थित रहे।
सांस्कृतिक रंगों में सजी शाम
जिले के आदिवासी सरकारी कर्मचारियों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों ने नाटकों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से करम पर्व और आदिवासी संस्कृति की महत्ता को जीवंत किया। पारंपरिक नगाड़े और मांदर की थाप पर गीत-संगीत और नृत्य ने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सांसद ने की संस्कृति बचाने की अपील
सांसद सुखदेव भगत भी मांदर की थाप पर झूमते और नगाड़ा बजाते नजर आए। उन्होंने कहा कि जे नाची से बाची कहावत में हमारी संस्कृति छुपी है। करम पर्व हमारी पहचान है और इसे बचाना ही हमारी जिम्मेदारी है।
सांसद ने जोर देते हुए कहा कि जब तक संस्कृति जिंदा है, तब तक समाज भी सुरक्षित रहेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे सदन में झारखंड की संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने के लिए हमेशा आवाज बुलंद करते रहेंगे।