हजारीबाग, संवाददाता – बड़े सपनों की तलाश में मुंबई गए और फिर संघर्षों से जूझकर गांव लौटे चौपारण प्रखंड के सौरव ने अपनी लगन और जुनून से एक ऐसी मिसाल पेश की है, जो युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है।
मुंबई से गांव की ओर सफर
सन् 2016 में मसान और गैंग्स ऑफ़ वासेपुर जैसी फिल्मों से प्रेरित होकर सौरव ने अभिनय की राह चुनी। दिल्ली में चार साल रंगमंच पर मेहनत करने के बाद मुंबई पहुंचे और संघर्षों का लंबा दौर देखा। इस बीच जैकी श्रॉफ जैसे दिग्गजों संग स्क्रीन साझा की और पाठशाला वेब सीरीज़ के दो सीज़न में लीड रोल निभाया। लेकिन लॉकडाउन के दौरान हालात बदले और वे अपने गांव लौट आए।
खोरठा में कंटेंट और वायरल सफलता
गांव लौटने के बाद सौरव ने इंस्टा रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स के जरिये खोरठा भाषा में कंटेंट बनाना शुरू किया। उनका ‘निशाचर’ एपिसोड काफी वायरल हुआ और उन्हें स्थानीय स्तर पर पहचान दिलाई।
‘अटकल बियाह’ – गांव की साझी मेहनत से बनी वेब सीरीज़
इसी दौरान दोस्तों संग मिलकर उन्होंने खोरठा वेब सीरीज़ ‘अटकल बियाह’ बनाने का निर्णय लिया। इस सीरीज़ की खासियत यह है कि इसमें 35–40 मुख्य कलाकार झारखंड से हैं, जबकि कुल 400 कलाकारों में अधिकतर गांव के ही लोग हैं। यहां तक कि सौरव के माता-पिता और दादी भी अभिनय का हिस्सा बने।
सीरीज़ में तीन खोरठा गीत शामिल किए गए हैं। गीत लिखे हैं अभिषेक पांडे ने और संगीत दिया है अभिषेक नंदी ने, जो पोस्ट ऑफिस में नौकरी करते हैं और रातभर संगीत रचते रहे।
संसाधनों की कमी पर भी जुनून हावी
आर्थिक तंगी के बावजूद दोस्तों और परिवार ने मिलकर 7 से 8 लाख रुपये जुटाए। हालांकि कैमरा और एडिटिंग के खर्च अब भी चुनौती बने हुए हैं, लेकिन सौरव और उनकी टीम ने हार नहीं मानी।