रांची, 06 नवंबर। झारखंड सरकार की ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने स्विट्जरलैंड के लुसर्न शहर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत का गौरवपूर्ण प्रतिनिधित्व किया। 24-25 अक्टूबर को आयोजित “एडवांसिंग फेमिनिस्ट पोलिटिकल लीडरशिप एंड सिक्योरिंग पीस” कार्यक्रम में 47 देशों की महिला नेताओं ने हिस्सा लिया।
मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने “टेक्नोलॉजी-फैसिलिटेटेड जेंडर-बेस्ड वायलेंस” विषय पर अपने संबोधन में चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए। उन्होंने बताया कि 2022 में 85% भारतीय महिलाओं ने ऑनलाइन उत्पीड़न का सामना किया, जबकि 54% महिलाओं को तकनीक-आधारित हिंसा का शिकार होना पड़ा। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऑनलाइन लैंगिक हिंसा सिर्फ व्यक्तिगत सुरक्षा का मुद्दा नहीं, बल्कि लोकतंत्र और समाज की मजबूती के लिए गंभीर खतरा है।
मंत्री ने इस समस्या के समाधान के लिए तीन सूत्री रणनीति पेश की। पहला, शिक्षा के माध्यम से डिजिटल साक्षरता और ऑनलाइन सुरक्षा को बढ़ावा देना। दूसरा, कानूनों को सशक्त बनाकर प्लेटफॉर्म्स की जवाबदेही सुनिश्चित करना। तीसरा, महिलाओं को नीति निर्माण और नेतृत्व में शामिल करके उनका सशक्तिकरण करना।
उन्होंने बताया कि भारत यूएनएफपीए, आईपीयू और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर ऑनलाइन हिंसा रोकने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। मंत्री ने जोर देकर कहा कि जब महिलाएं सुरक्षित होगी, तभी वे निर्भीक होकर नेतृत्व कर पाएंगी और समाज में समान भागीदारी सुनिश्चित कर पाएंगी।
इस अंतर्राष्ट्रीय मंच पर मंत्री दीपिका पांडेय सिंह के संबोधन ने भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाया और झारखंड के नेतृत्व को वैश्विक स्तर पर रेखांकित किया।