मेदिनीनगर पलामू। झारखंड के पलामू जिले के मेदिनीनगर में शुक्रवार को CRPF जवान वीरेंद्र कुमार शुक्ला को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। वीरेंद्र शुक्ला का निधन ग्रेटर नोएडा के पास एक सड़क दुर्घटना में हुआ था, जब वह अपनी पत्नी के इलाज के लिए छुट्टी पर घर लौट रहे थे।
सिंगरा खुर्द स्थित कोयल नदी के तट पर हुए अंतिम संस्कार के मौके पर CRPF जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया और सलामी फायरिंग कर अपने साथी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शुक्रवार सुबह दिल्ली से वायुसेवा के जरिए उनका पार्थिव शरीर रांची लाया गया, जहां से उन्हें सड़क मार्ग से मेदिनीनगर स्थित उनके पैतृक गांव ले जाया गया। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, लोगों की आंखें नम हो गईं। सैकड़ों ग्रामीणों, परिजनों और स्थानीय लोगों ने शहीद जवान को अंतिम विदाई दी।
अंतिम संस्कार के दौरान CRPF के डिप्टी कमांडेंट वेंकटेश, असिस्टेंट कमांडेंट अमित कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा पूर्व मंत्री के.एन. त्रिपाठी और पूर्व मेयर अरुणा शंकर ने भी शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व मंत्री के.एन. त्रिपाठी ने कहा, “वीरेंद्र कुमार शुक्ला जैसे जांबाज जवान का जाना न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे देश और समाज के लिए एक बड़ी क्षति है।”
वीरेंद्र कुमार शुक्ला ने वर्ष 2003 में CRPF में भर्ती होकर देश की सेवा शुरू की थी। वह जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं।
जब उन्हें अंतिम विदाई दी जा रही थी, तब पूरा इलाका “वीरेंद्र अमर रहें” के नारों से गूंज उठा। गांववालों की भीड़ और नम आंखें इस बात की गवाही दे रही थीं कि देश ने एक सच्चा सपूत खो दिया है।