बरहरवा। बरहरवा रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल यानी आरपीएफ की तत्परता से एक बड़ी घटना टल गई। आरपीएफ ने शुक्रवार की रात एक नाबालिग लड़की को संदिग्ध स्थिति में बरामद करते हुए एक युवक को हिरासत में लिया। मामला फर्जी आधार कार्ड और धर्म परिवर्तन के संदेह से जुड़ा बताया जा रहा है। आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि 10 अक्टूबर 2025 को नियमित जांच के दौरान प्लेटफॉर्म पर एक बुर्का पहनी नाबालिग लड़की और एक युवक को संदिग्ध स्थिति में घूमते देखा गया। पूछताछ में दोनों घबरा गए और विरोधाभासी बयान देने लगे। कड़ी पूछताछ में लड़की ने बताया कि उसका नाम काल्पनिक-क… (उम्र 14 वर्ष) है, जो मूल रूप से नेपाल की निवासी और वर्तमान में गुड़गांव में अपने माता-पिता के साथ रहती है। जबकि युवक ने अपना नाम साहिल अली, निवासी दिनाजपुर, कोलकाता बताया। आरपीएफ ने दोनों को पोस्ट लाकर बाल मंथन संस्थान, बरहरवा की आराधना मंडल की देखरेख में रखा। पूछताछ में लड़की ने बताया कि युवक ने शादी का झांसा देकर दिल्ली बुलाया, जहां उसे बुर्का पहनाया गया और रेशमा खातून नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाया गया। इसके बाद आरोपी ने कटिहार जाने का टिकट दिखाकर भ्रमित किया, पर वास्तव में असम जाने वाली ब्रह्मपुत्र मेल में बैठ गया। रास्ते में लड़की को जब युवक की मंशा पर शक हुआ, तो वह बरहरवा स्टेशन पर ट्रेन से उतर गई। युवक भी पीछे-पीछे उतरा और मनाने की कोशिश करने लगा। दोनों के बीच चल रही बातचीत देखकर आरपीएफ ने तत्परता से हस्तक्षेप किया और दोनों को हिरासत में लिया। लड़की के माता-पिता को सूचित किया गया, जिन्होंने पहले ही गुरुग्राम थाना नाटोपुर में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में गुरुग्राम पुलिस टीम, एएसआई सतीश कुमार के नेतृत्व में बरहरवा पहुंची और किशोरी को कानूनी औपचारिकताओं के बाद उनके हवाले किया गया। ओर आरोपी युवक को अपने साथ पुलिस ले गया। सूत्रों के अनुसार, जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने लड़की की पहचान छिपाने और धर्म परिवर्तन की तैयारी के लिए आधार कार्ड में नाम बदलवाया था। मामले के छानबीन जारी है।
संवाददाता जितेन्द्र सेन