???? विश्व गठिया दिवस: जोड़ों की सेहत ही जीवन की सुगमता का आधार

✍️ विशेष लेख | संथाल हूल एक्सप्रेस (हिंदी दैनिक)


???? परिचय: जागरूकता ही बचाव की पहली सीढ़ी

हर वर्ष 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस (World Arthritis Day) मनाया जाता है।
इस दिवस का उद्देश्य है — लोगों को गठिया (Arthritis) जैसी आम लेकिन गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करना, ताकि समय रहते इसका निदान और उपचार किया जा सके।

गठिया केवल “जोड़ों में दर्द” नहीं है, बल्कि यह एक दीर्घकालिक (chronic) बीमारी है, जो शरीर के जोड़, मांसपेशियों और गतिशीलता को प्रभावित करती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, विश्व में हर सातवां व्यक्ति गठिया से प्रभावित है, जबकि भारत में इसके मरीजों की संख्या लगभग 18 करोड़ से अधिक बताई जाती है।


⚕️ गठिया क्या है?

गठिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें जोड़ों में सूजन, दर्द, जकड़न और चलने-फिरने में कठिनाई होती है।
यह एक ही नहीं बल्कि 100 से अधिक प्रकारों में पाया जाता है, जिनमें प्रमुख हैं:

ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) – उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों के घिसने से होता है।

रूमेटॉयड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) – एक ऑटो-इम्यून रोग, जिसमें शरीर की रोग-प्रतिरोधक प्रणाली अपने ही जोड़ पर हमला करती है।

गठिया (Gout) – यूरिक एसिड की अधिकता के कारण होता है।


???? लक्षण जिन पर ध्यान देना जरूरी है

जोड़ों में लगातार दर्द या सूजन

सुबह उठने पर जोड़ों में जकड़न

चलने-फिरने में कठिनाई

हाथ, पैर या घुटनों में सूजन या गर्माहट

यदि ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो रुमेटोलॉजिस्ट या ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।


???? उपचार और सावधानियाँ

गठिया का कोई स्थायी इलाज नहीं, लेकिन समय पर उपचार और जीवनशैली में बदलाव से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

???? आवश्यक सुझाव:

संतुलित आहार लें – हरी सब्जियाँ, फल, और विटामिन D व कैल्शियम युक्त भोजन।

नियमित व्यायाम और योग करें – जैसे ताड़ासन, त्रिकोणासन, और जल योग।

वजन नियंत्रित रखें, क्योंकि अधिक वजन जोड़ों पर दबाव बढ़ाता है।

धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएँ।

ठंडे और गीले वातावरण से बचें, क्योंकि यह दर्द बढ़ा सकता है।


???? इस वर्ष का संदेश

“गठिया को नज़रअंदाज़ न करें, समय पर पहचान ही सबसे बड़ा इलाज है।”

विश्व गठिया दिवस हमें यह याद दिलाता है कि शरीर की गतिशीलता ही जीवन की ऊर्जा है।
हर व्यक्ति को अपनी जोड़ों की सेहत को लेकर सचेत रहना चाहिए, ताकि बुढ़ापे में जीवन निर्भरता का नहीं, सक्रियता का उदाहरण बने।


???? संथाल हूल एक्सप्रेस की अपील

“संथाल हूल एक्सप्रेस” परिवार इस विश्व गठिया दिवस पर सभी नागरिकों से अपील करता है —
???? अपने बुजुर्गों और परिजनों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें,
???? नियमित जाँच कराएँ,
???? और जीवन में ‘सक्रियता ही स्वास्थ्य’ का मंत्र अपनाएँ।

“समय पर पहचान, सही इलाज — गठिया से बचाव का यही राज।”

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

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