कई होटलों से लिए गए खाद्य सैंपल
मिलावट मिली तो होगी सख्त कार्रवाई : मंजर हुसैन
संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
हजारीबाग : दारू प्रखंड में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने गुरुवार को दारू बाजार क्षेत्र में मिलावटखोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए विभिन्न होटलों, मिठाई दुकानों एवं ठेला संचालकों से खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्र किए। इस अभियान की अगुवाई कर रहे खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी मोहम्मद मंजर हुसैन ने बताया कि कार्रवाई के दौरान प्रिंस होटल, सिटी स्वीट्स, साईं फास्ट फूड समेत कई प्रतिष्ठानों से खाद्य सामग्री की जांच की गई। मंजर हुसैन ने जानकारी दी कि सिटी स्वीट्स से पनीर का तथा प्रिंस होटल से कलाकंद का नमूना संग्रहित किया गया, जिन्हें जांच के लिए राज्य खाद्य प्रयोगशाला भेजा गया है। प्रारंभिक परीक्षण में प्रिंस होटल का तेल मानक के अनुरूप पाया गया, लेकिन वहीं कलाकंद की गुणवत्ता संदेहास्पद पाई गई। प्रारंभिक परीक्षण में फेल पाए जाने पर उसका सैंपल फॉरेंसिक जांच हेतु भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद अगर मिलावट की पुष्टि होती है तो संबंधित दुकानों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। टीम ने क्षेत्र के कई ठेलों और फास्ट फूड विक्रेताओं के पास चटनी और सॉस की भी जांच की, जिसमें कुछ जगहों पर हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से परीक्षण करने पर पीले रंग (आर्टिफिशियल येलो कलर) की मिलावट पाई गई। यह रंग आमतौर पर औद्योगिक प्रयोगों में उपयोग होता है, जिसे खाद्य पदार्थों में मिलाना कानूनन अपराध है और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक भी।मंजर हुसैन ने आम नागरिकों से अपील की कि वे बाजार से खाने-पीने की वस्तुएं खरीदते समय विक्रेताओं से यह जरूर पूछें कि उनमें औद्योगिक रंग या केमिकल का प्रयोग तो नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। मिलावटखोरी पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। इस विशेष छापेमारी दल में खाद्य सुरक्षा अधिकारी के साथ विकास कुमार, सूरज कुमार, शशि भूषण मुंडा एवं धनेश्वर कुशवाहा शामिल थे। विभाग ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में इस तरह की कार्रवाई और तेज की जाएगी, ताकि त्योहारी सीजन में लोग सुरक्षित और शुद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकें।