संथाल हूल एक्सप्रेस डेस्क
हर वर्ष 10 अक्टूबर को पूरी दुनिया में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day) मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना, समाज में मौजूद भ्रांतियों को दूर करना और यह संदेश देना है कि —
“मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है।”
मानसिक स्वास्थ्य का अर्थ और महत्व
मानसिक स्वास्थ्य का मतलब केवल मानसिक बीमारी से मुक्त होना नहीं, बल्कि सकारात्मक सोच, भावनात्मक स्थिरता, आत्मविश्वास और जीवन के प्रति संतुलित दृष्टिकोण रखना भी है।
एक स्वस्थ मन ही हमें सही निर्णय लेने, संबंधों को संभालने और जीवन की कठिन परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति देता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार —
“मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति अपनी क्षमताओं को पहचानता है, जीवन के सामान्य तनावों का सामना कर सकता है और समाज में योगदान देने में सक्षम होता है।”
आज की चुनौती: तनाव, अवसाद और एकाकीपन
तेजी से बदलते इस युग में, लोग बाहरी रूप से सफल तो हैं, लेकिन भीतर से टूटे हुए महसूस करते हैं।
निरंतर प्रतिस्पर्धा,
नौकरी और शिक्षा का दबाव,
सोशल मीडिया की तुलना,
और परिवार से भावनात्मक दूरी —
ये सभी कारण तनाव, चिंता (Anxiety) और अवसाद (Depression) को जन्म दे रहे हैं।
भारत में हर 8 में से 1 व्यक्ति किसी न किसी मानसिक समस्या से जूझ रहा है। फिर भी, समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चुप्पी और कलंक (Stigma) की भावना बनी हुई है।
???? “बात करें, छुपाएँ नहीं”
मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर खुलकर बात करना बहुत जरूरी है। किसी मित्र, परिवारजन या विशेषज्ञ से अपनी बात साझा करना कमजोरी नहीं, बल्कि साहस का प्रतीक है।
याद रखें —
“मन की गाँठें खुलती हैं, जब हम चुप रहने की बजाय बोलना चुनते हैं।”
???? सकारात्मक सोच का संदेश
इस वर्ष का प्रमुख संदेश है —
“सकारात्मक होना, नकारात्मक होने से कहीं ज्यादा बेहतर है।”
यह संदेश हमें याद दिलाता है कि मानसिक स्वास्थ्य की शुरुआत हमारे दृष्टिकोण और आत्मसंवाद से होती है।
हर दिन थोड़ी-सी मुस्कान, आत्म-स्वीकृति और सहानुभूति से हम अपने और दूसरों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
क्या करें मानसिक स्वास्थ्य के लिए
पर्याप्त नींद लें
संतुलित आहार रखें
नियमित व्यायाम और ध्यान (Meditation) करें
सोशल मीडिया से थोड़ा विराम लें
खुद से और दूसरों से संवाद बनाए रखें
जरूरत पड़ने पर मनोचिकित्सक या परामर्शदाता (Counsellor) की मदद लें
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस हमें यह याद दिलाता है कि स्वस्थ समाज वही है जहाँ शरीर के साथ मन का भी ख्याल रखा जाता है।
मानसिक स्वास्थ्य कोई “लक्ज़री” नहीं, बल्कि हर इंसान का बुनियादी अधिकार है।
“यदि मन स्वस्थ है, तो जीवन सुंदर है।” ????