14 दिन और 11 हादसे

मेडकुरी अधूरे पुल और सड़क पर बिखरी गिट्टी बनी जानलेवा

युवक की मौत के बाद ग्रामीणों ने एनएच- 522 जाम कर की मुआवजे की मांग

संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता

हजारीबाग : दारू थाना क्षेत्र के अंतर्गत शिवानी नदी पर निर्माणाधीन मेडकुरी पुल और उससे जुड़ी अधूरी सड़क एक बार फिर हादसों का कारण बन गई है। अधूरी सड़क पर बिखरी गिट्टी और सुरक्षा के अभाव में बीते 14 दिनों में यहां 11 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। ताजा घटना में जमुवारी गांव निवासी 26 वर्षीय युवक की मौत हो गई, जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर राष्ट्रीय राजमार्ग NH-522 को कई घंटों तक जाम कर दिया।

गंभीर रूप से घायल दीपक रजक ने तोड़ा दम

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जमुवारी निवासी दीपक रजक बीते सप्ताह बाइक से उक्त निर्माणाधीन सड़क मार्ग से गुजर रहा था। इसी दौरान सड़क पर बिखरी गिट्टी के कारण वह अनियंत्रित होकर गिर गया। घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसे बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया था। इलाज के दौरान वह कोमा में चला गया और मंगलवार को उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान राहुल कुमार (26 वर्ष) के रूप में हुई है, जो परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था।

ग्रामीणों ने शव रख किया न एनएच- 522 पर चक्का जाम

दीपक की मौत की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया। बुधवार सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने जोनिया मोड़ (दीपू चौक) पर शव को रखकर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच- 522 को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने निर्माण कार्य में लापरवाही को लेकर ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि यह पुल और सड़क वर्षों से अधूरी है और निर्माण स्थल पर न तो कोई चेतावनी बोर्ड है, न ही किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार की मनमानी और प्रशासन की उदासीनता के कारण आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। पिछले दो सप्ताह में 11 हादसों की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें दो लोगों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद अब तक न तो सड़क निर्माण पूरा हुआ है और न ही कोई वैकल्पिक सुरक्षा उपाय किए गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही दारू थाना प्रभारी ईकबाल हुसैन और अंचल अधिकारी राम बालक कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से संवाद कर स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि मृतक के परिजनों को हर संभव सरकारी सहायता दी जाएगी और मामले की पूरी जांच कर संबंधित दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। दारू थाना प्रभारी ईकबाल हुसैन ने कहा कि प्रशासन की ओर से जहां तक संभव होगा, मृतक परिवार को सहयोग दिया जाएगा। वहीं अंचल अधिकारी राम बालक कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से जो भी लाभ निर्धारित हैं, वे सभी जल्द से जल्द मृतक परिवार को प्रदान किए जाएंगे।ग्रामीणों की मांगें हैं कि इस अधूरे पुल और सड़क निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जाए, निर्माण स्थल पर चेतावनी बोर्ड, स्ट्रीट लाइट और आवश्यक सुरक्षा संकेत लगाए जाएं, मृतक के परिजनों को आर्थिक मुआवजा एवं सरकारी सहायता दी जाए, ठेकेदार की भूमिका की जांच कर उस पर कानूनी कार्रवाई की जाए। यह घटना न सिर्फ एक दर्दनाक हादसा है, बल्कि यह निर्माण एजेंसियों की लापरवाही की एक और मिसाल है। विकास कार्यों की धीमी गति और लापरवाही अब लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। जरूरत है समय रहते कार्रवाई की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

Leave a Comment