दक्षिण कैरोलिना में हुई बड़ी घटना, जांच एजेंसियां सक्रिय — जज डायने गुडस्टीन को पहले भी मिल चुकी थी धमकी
वॉशिंगटन डीसी / साउथ कैरोलिना, विशेष रिपोर्ट (संथाल हूल एक्सप्रेस):
अमेरिका में एक चौंकाने वाली और गंभीर घटना सामने आई है।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के खिलाफ हाल ही में निर्णय देने वाली जज डायने गुडस्टीन (Diane Goodstein) के घर में आगजनी की घटना हुई है।
हालांकि जज और उनका परिवार बाल-बाल बच गया, लेकिन यह घटना अमेरिकी न्यायिक व्यवस्था की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
घटना दक्षिण कैरोलिना (South Carolina) के चार्ल्सटन क्षेत्र की है।
जज डायने गुडस्टीन ने हाल ही में ट्रंप प्रशासन द्वारा संवेदनशील मतदाता पंजीकरण रिकॉर्ड्स (Voter Registration Records) तक पहुंच की मांग को अवैध और असंवैधानिक बताते हुए खारिज कर दिया था।
यह फैसला अमेरिकी न्याय प्रणाली में गोपनीयता अधिकारों (Privacy Rights) की दिशा में एक बड़ा कदम माना गया था।
फैसले के बाद से ही जज गुडस्टीन को लगातार धमकियां मिल रही थीं।
स्थानीय पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उन्हें सोशल मीडिया और ईमेल के माध्यम से “जान से मारने” की धमकी दी गई थी।
आगजनी की घटना — ‘जानलेवा हमला’ की साजिश?
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, आगजनी की घटना सोमवार रात करीब 11:30 बजे हुई।
जज डायने उस समय अपने पति अर्नॉल्ड गुडस्टीन (Arnold Goodstein) के साथ घर में थीं।
घर में अचानक विस्फोट जैसी आवाज सुनाई दी और देखते ही देखते पहली मंजिल में आग लग गई।
अर्नॉल्ड गुडस्टीन ने खिड़की तोड़कर पहली मंजिल से छलांग लगाई और अपनी पत्नी को बाहर निकालने में सफल रहे।
हालांकि, उन्हें गंभीर चोटें आई हैं और उनके दोनों पैरों की हड्डियाँ टूट गईं।
फायर डिपार्टमेंट ने मौके पर पहुँचकर 40 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
घर का अधिकांश हिस्सा जलकर राख हो गया है।
FBI और फेडरल एजेंसियाँ जांच में जुटीं
घटना की गंभीरता को देखते हुए एफबीआई (FBI) और ब्यूरो ऑफ अल्कोहल, टोबैको, फायरआर्म्स एंड एक्सप्लोसिव्स (ATF) ने संयुक्त जांच शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच में आगजनी की संभावित साजिश के संकेत मिले हैं।
फोरेंसिक टीम को घटनास्थल से पेट्रोलियम अवशेष मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि आग लगाई गई थी।
एक वरिष्ठ एफबीआई अधिकारी ने कहा —
“यह केवल एक आपराधिक कृत्य नहीं, बल्कि न्यायपालिका पर सीधा हमला है।
अगर यह राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम निकला, तो इसे घरेलू आतंकवाद की श्रेणी में लिया जाएगा।”
ट्रंप प्रशासन पर उठे सवाल
जज गुडस्टीन का फैसला ट्रंप प्रशासन के खिलाफ एक बड़ा झटका माना जा रहा था।
उनके फैसले के बाद ट्रंप समर्थकों के कई समूहों ने सोशल मीडिया पर #FireTheJudge और #RevengeForTrump जैसे हैशटैग चलाए थे।
कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका में न्यायपालिका के खिलाफ हिंसक असहमति की प्रवृत्ति बढ़ रही है, विशेषकर जब कोई निर्णय राजनीतिक रूप से संवेदनशील होता है।
“ट्रंप युग में अमेरिका में न्यायपालिका और लोकतंत्र पर हमला एक सामान्य राजनीतिक हथियार बनता जा रहा है।”
— प्रो. लिंडा हॉवर्ड, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
सुरक्षा बढ़ाई गई — जजों के लिए नई गाइडलाइन की तैयारी
घटना के बाद अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने देश के सभी संघीय और राज्य न्यायाधीशों को सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
“यू.एस. मार्शल सर्विस” ने भी जज गुडस्टीन समेत कई जजों के घरों के बाहर सुरक्षा तैनात की है।
अमेरिकी बार एसोसिएशन ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा —
“यह हमला एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि अमेरिकी न्याय व्यवस्था की आत्मा पर हमला है।”
???? कौन हैं जज डायने गुडस्टीन?
उम्र: 69 वर्ष
पद: साउथ कैरोलिना की सीनियर जज
सेवा: 30 वर्षों से अधिक का न्यायिक अनुभव
विशेष: नागरिक अधिकारों और महिलाओं की सुरक्षा के मामलों में ऐतिहासिक फैसले
हाल का फैसला: मतदाता डेटा सुरक्षा पर ट्रंप प्रशासन के आदेश को असंवैधानिक ठहराया
लोकतंत्र पर हमला या राजनीतिक प्रतिशोध?
यह घटना सिर्फ एक जज के घर जलने की नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता पर हमले का प्रतीक बन गई है।
जहाँ एक ओर न्यायपालिका अपनी स्वतंत्रता और निष्पक्षता को बनाए रखने की कोशिश कर रही है,
वहीं दूसरी ओर राजनीतिक ध्रुवीकरण और हिंसक असहिष्णुता लोकतंत्र के लिए खतरा बनते जा रहे हैं।
“न्याय की राह पर चलना हमेशा कठिन होता है, लेकिन यही लोकतंत्र की असली रीढ़ है।”
— साउथ कैरोलिना बार काउंसिल की टिप्पणी