धनबाद, 9 अक्टूबर:
झारखंड के धनबाद जिले में पुलिस ने एक बड़े हवाला रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदलने का काम कर रहा था। इस कार्रवाई में पुलिस ने 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से ₹5.80 लाख नकद, 17 मोबाइल फोन, 23 एटीएम कार्ड, एक लैपटॉप और आईपैड बरामद किए गए हैं।
यह गिरोह देश के बड़े कारोबारियों और साइबर अपराधियों से जुड़ा हुआ था और हवाला के ज़रिए अवैध धन को वैध रूप में बदलने का खेल खेल रहा था।
कैसे होता था ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदलने का खेल
धनबाद एसएसपी प्रभात कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि अपराधी हवाला चैनल के माध्यम से कारोबारियों के अवैध पैसों को पहले विदेशी खातों में ट्रांसफर करते थे। वहाँ से कमीशन काटकर रकम को व्हाइट मनी के रूप में वैध बैंक खातों में वापस भेजा जाता था।
यह धन साइबर अपराध, इन्वेस्टमेंट स्कैम, और ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स के जरिए ठगे गए पैसों से जुड़ा हुआ पाया गया है।
केशल होटल में हुई छापेमारी
गुप्त सूचना के आधार पर सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
टीम ने बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के केशल होटल (झरिया रोड) में छापेमारी की, जहाँ एक कमरे से 9 संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा गया।
पुलिस ने जब कमरे की तलाशी ली तो वहाँ से भारी मात्रा में कैश, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और बैंकिंग दस्तावेज़ बरामद हुए।
अपराधियों का तकनीकी नेटवर्क
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे डमी बैंक अकाउंट्स (Dummy Accounts) के जरिए यह नेटवर्क चलाते थे।
वे टेलीग्राम और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से क्रिप्टो करेंसी (USDT) में अवैध धन लेते थे और बाद में उसे भारतीय रुपए (INR) में बदलकर विभिन्न खातों में ट्रांसफर करते थे।
वे मोबाइल में APK फ़ाइल इंस्टॉल करके बैंकिंग ओटीपी को ऑटो-फॉरवर्ड कराने की तकनीक का इस्तेमाल करते थे, जिससे साइबर ठगी के पैसों को वैध रूप में निकाला जा सके।
जांच में खुलासा — सैकड़ों खाते फ्रीज
पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े सैकड़ों बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है।
इन खातों में से कई पर NCRP (National Cybercrime Reporting Portal) और जिम्स पोर्टल पर साइबर फ्रॉड के केस दर्ज पाए गए हैं।
एसएसपी ने बताया कि इन अपराधियों का नेटवर्क देश के कई राज्यों तक फैला हुआ है, जिसमें बोकारो, हावड़ा और कोलकाता के भी नाम सामने आए हैं।
????♂️ पकड़े गए अपराधियों के नाम
क्रमांक नाम उम्र जिला
1 विशाल कुमार 25 धनबाद
2 अर्णव कुमार 33 हावड़ा, पश्चिम बंगाल
3 सुमित कुमार 32 धनबाद
4 रिजवान खान 24 बोकारो
5 राहुल कुमार राय 25 धनबाद
6 विशाल कुमार 20 धनबाद
7 मो. आशिफ 21 बोकारो
8 मो. मोबसिर 24 धनबाद
9 राजकुमार सिंह 31 बोकारो
???? रिमांड पर होगी आगे की पूछताछ
एसएसपी प्रभात कुमार ने कहा —
“यह हवाला रैकेट केवल स्थानीय नहीं है, इसके तार कई राज्यों और विदेशी खातों से जुड़े हैं।
पुलिस तकनीकी विश्लेषण और बैंकिंग रिकॉर्ड के जरिए इसे गहराई से खंगाल रही है।
गिरफ्तार अपराधियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी ताकि नेटवर्क के मास्टरमाइंड तक पहुँचा जा सके।”
फिलहाल सभी 9 अपराधियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
???? सवाल उठता है — क्या हवाला और साइबर क्राइम एकजुट हो रहे हैं?
धनबाद पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है —
क्या अब हवाला नेटवर्क साइबर अपराध के लिए वैध चैनल बन रहा है?
वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, अब ऐसे मामलों में पुलिस को फॉरेंसिक ऑडिट, ब्लॉकचेन ट्रांजैक्शन ट्रैकिंग, और AI आधारित बैंकिंग अलर्ट सिस्टम जैसी तकनीकों का उपयोग बढ़ाना होगा ताकि अवैध वित्तीय लेनदेन को तुरंत पकड़ा जा सके।
धनबाद की यह कार्रवाई न सिर्फ़ झारखंड बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि
हवाला नेटवर्क और साइबर क्राइम का गठजोड़ धीरे-धीरे एक संगठित आर्थिक अपराध का रूप ले रहा है।
पुलिस की समय रहते की गई कार्रवाई ने एक बड़े आर्थिक अपराध को रोकने में सफलता पाई है,
लेकिन असली चुनौती अभी बाकी है — इन पैसों के असली स्रोत तक पहुँचना।