रांची: 20 सितंबर को कुड़मी समुदाय द्वारा घोषित रेल रोको आंदोलन को देखते हुए झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस मुख्यालय से हाई लेवल मीटिंग की। यह समीक्षा बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई, जिसमें आरपीएफ, रेलवे के वरीय अधिकारियों और राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों ने हिस्सा लिया। बैठक में आंदोलन के संभावित प्रभावों और सुरक्षा चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की गई। डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो, सरायकेला, चाईबासा, पलामू और दुमका समेत संवेदनशील रेल मार्गों और स्टेशनों पर विशेष निगरानी रखने का आदेश दिया।

डीजीपी ने कहा कि अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती, बॉडी प्रोटेक्टर और हेलमेट जैसे सुरक्षा उपकरणों का उपयोग, संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, एम्बुलेंस और दंगारोधी वाहन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही चिन्हित नेताओं को डिटेन करने और रेलवे पुलिस, आरपीएफ-जीआरपी के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने पर भी बल दिया। उन्होंने उपायुक्तों से मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति, भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेटिंग, ड्रोन से निगरानी और बलों के आवासन-भोजन की व्यवस्था करने को कहा। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 24×7 कंट्रोल रूम सक्रिय रखने का निर्देश दिया। बैठक में आईजी रेल अमोल विनुकांत होमकर, आईजी विशेष शाखा प्रभात कुमार, आईजी अभियान डॉ. माईकलराज एस. समेत रेलवे और पुलिस के वरीय अधिकारी मौजूद थे। डीजीपी ने कहा,
राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल की तैनाती की जाएगी और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह तैयार है।