रांची । राजधानी रांची में राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को नई ऊँचाई देने के लिए एक ऐतिहासिक पहल की गई है। रिमपास के समीप 2800 करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय मेडिको सिटी विकसित की जाएगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को एशियन डेवलपमेंट बैंक से वित्तीय सहायता की स्वीकृति मिल चुकी है। इस मेडिको सिटी में 12 मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल, सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक, नर्सिंग, फार्मेसी और पैरामेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी। डिजिटल हेल्थ सिस्टम और टेलीमेडिसिन जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।परियोजना का संचालन पीपीपी मॉडल
यानी पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत होगा, ताकि निजी क्षेत्र की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। ग्रीन बिल्डिंग तकनीक का उपयोग कर अस्पतालों को पर्यावरण अनुकूल बनाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा
यह परियोजना झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। अब राज्यवासियों को हृदय, किडनी, लीवर जैसी जटिल बीमारियों के इलाज के लिए दिल्ली या मुंबई जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रांची देश का नया हेल्थ डेस्टिनेशन बनेगा। हाल ही में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अंसारी, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, झारखंड स्टेट हेल्थ सोसाइटी की कार्यकारी निदेशक डॉ. नेहा अरोड़ा और एडीबी की प्रतिनिधि सोनालिनी खेत्रपाल मौजूद रहीं। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू कर कार्य को गति दी जाए। अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा मेडिको सिटी सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता ही नहीं बढ़ाएगी बल्कि राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास की धुरी भी बनेगी। हर नागरिक को अपने ही राज्य में विश्वस्तरीय और किफायती इलाज उपलब्ध होगा। जिसमें प्रमुख विशेषताएँ हैं जो रांची में आधुनिक मेडिको सिटी का निर्माण,12 मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल, नर्सिंग, फार्मेसी और पैरामेडिकल कॉलेज, सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक्स और क्षेत्रीय चिकित्सा केंद्र ,जिला स्तर पर स्वास्थ्य संस्थानों का आधुनिकीकरण, डिजिटल हेल्थ सिस्टम और टेलीमेडिसिन सुविधा , ग्रीन बिल्डिंग तकनीक और पर्यावरण अनुकूल अस्पताल ।यह परियोजना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाएगी बल्कि झारखंड को आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार के नए अवसर सृजित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।
