फर्जीवाड़ा रोकने के लिए झारखंड अधिविद्य परिषद का बड़ा कदम
रांची।झारखंड में शिक्षा व्यवस्था को पारदर्शी बनाने और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए झारखंड अधिविद्य परिषद यानी जैक ने बड़ा निर्णय लिया है। अब राज्य में मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए आवेदन करते समय हर छात्र को परमानेंट एजुकेशन नंबर पेन नंबर भरना अनिवार्य होगा। जैक द्वारा जारी निर्देश के अनुसार, यह नियम सत्र 2025-27 से लागू किया जाएगा। यानी, 2026 की परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों को आवेदन पत्र में अपना पेन नंबर दर्ज करना होगा।
क्या है पेन नंबर?
पेन नंबर एक विशेष पहचान संख्या है, जो सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले प्रत्येक छात्र को दी जाएगी। इस नंबर के माध्यम से छात्र से जुड़ी सारी शैक्षणिक गतिविधियों का रिकॉर्ड एक ही स्थान पर सुरक्षित रहेगा। चाहे वह परीक्षा का आवेदन हो, स्थानांतरण प्रमाणपत्र टीसी लेना हो या किसी सरकारी योजना का लाभ हर जगह इस नंबर का उपयोग आवश्यक होगा।
क्यों जरूरी है यह व्यवस्था?
पहले कई बार ऐसा होता था कि स्कूल छोड़ने वाले छात्रों का कोई ठोस रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं रहता था, जिससे फर्जी रजिस्ट्रेशन और गलत लाभ उठाने के मामले सामने आते थे। लेकिन अब पेन नंबर के जरिए छात्रों का पूरा शैक्षणिक डेटा सरकार के पास सुरक्षित रहेगा। साथ ही, सरकारी योजनाओं का लाभ सही और जरूरतमंद छात्रों तक पहुंचना सुनिश्चित होगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी अभिषेक झा ने बताया कि जैक द्वारा दिए गए निर्देश सभी स्कूलों तक पहुंचा दिए गए हैं। प्रत्येक स्कूल को अपने छात्रों का पेन नंबर समय रहते तैयार कराना होगा, ताकि आगामी परीक्षाओं में किसी तरह की समस्या न हो। यह पहल झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व लाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।