माँ छिन्नमस्तिके की पूजा-अर्चना कर किये जन-कल्याण और राज्य के सुख-समृद्धि की कामना
जगतजननी माँ भगवती के संध्या आरती में शामिल होकर हुए अभिभूत
संथाल हुल एक्सप्रेस संवाददाता
रामगढ़।झारखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान निरीक्षण हेतु रामगढ़ व्यवहार न्यायालय पहुँचे।मुख्य न्यायाधीश के साथ न्यायमूर्ति आनंदा सेन, न्यायाधीश झारखण्ड उच्च न्यायालय, मुख्य न्यायाधीश की धर्मपत्नी अमनदीप चौहान,मुख्य न्यायाधीश की पुत्री तराना चौहान तथा महानिबंधक झारखण्ड उच्च न्यायालय मनोज प्रसाद भी रामगढ़ व्यवहार न्यायालय पहुंचे। व्यवहार न्यायालय रामगढ़ में प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय राजीव आनन्द,प्रभारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम विशाल श्रीवास्तव,मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी मनोज कुमार राम,अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी संदीप बर्तम,अवर न्यायाधीश-सह-न्यायिक दण्डाधिकारी शिवेन्दु द्विवेदी,अवर न्यायाधीश-सह-न्यायिक दण्डाधिकारी संजीबिता गुईंन,डालसा सचिव अनिल कुमार,न्यायिक दण्डाधिकारी आलोक कुमार तथा न्यायिक दण्डाधिकारी आयशा सिंह सरदार,पुलिस अधीक्षक अजय कुमार,उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल,एसडीपीओ.पतरातू गौरव गोस्वामी, रामगढ़ एसडीओ अनुराग कुमार तिवारी,गोपनीय शाखा प्रभारी-सह-नजारत उप समाहर्ता रविन्द्र कुमार गुप्ता,एस.डी.पी.ओ. रामगढ़ परमेश्वर प्रसाद,डीएसपी चन्दन वत्स,रामगढ़ थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय,सार्जेंट मेजर मंटू यादव,विभिन्न विभागों के कार्यपालक अभियंता,वन विभाग रामगढ़ प्रमंडल के अधिकारी एवं कर्मचारी समेत अन्य पदाधिकारियों ने व्यवहार न्यायालय के तृतीय वर्ग एवं चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों समेत झारखण्ड की पारंपरिक संस्कृति के अनुरूप उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान रामगढ़ जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष आनंद अग्रवाल,महासचिव सीताराम समेत अधिवक्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने भी मुख्य न्यायाधीश का स्वागत किया। मुख्य न्यायाधीश को न्यायालय परिसर में रामगढ़ पुलिस की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।मुख्य न्यायाधीश तथा अन्य अतिथियों ने इस अवसर पर न्याया लय परिसर में पौधारोपण भी किया। तत्पश्चात् मुख्य न्यायाधीश ने व्यवहार न्यायालय परिसर का निरीक्षण किया जिस क्रम में उन्होंने न्यायालय भवन, ई-सेवा केन्द्र,वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम समेत लम्बित मामलों तथा डिजीटलीकरण कार्य इत्यादि की समीक्षा की।मुख्य न्यायाधीश ने अभिलेखों के रख-रखाव तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्य कलापों की भी समीक्षा की।उन्होंने न्यायालय कक्षों, कार्यालयों, प्रकोष्ठों इत्यादि का भी निरीक्षण किया तथा इस दौरान उपायुक्त प्रभारी तथा भवन निर्माण विभाग,रामगढ़ के कार्यपालक अभियंता को व्यवहार न्यायालय के भवन तथा न्यायिक पदाधिकारियों के आवासीय परिसर की मरम्मति का कार्य अविलम्ब सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।इसके अतिरिक्त मुख्य न्यायाधीश ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिया। निरीक्षण के उपरान्त मुख्य न्यायाधीश तथा अन्य अतिथिगणों ने रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके मंदिर में माँ छिन्नमस्तिके की विधिवत् पूजा अर्चना की तथा संध्या आरती में शामिल हुए। इस दौरान मुख्य न्यायाधीश ने राज्य की सुख-शान्ति एवं समृद्धि तथा जन कल्याण की कामना की।मौके पर न्यायिक पदाधिकारीगण,डीडीसी रामगढ़,पुलिस अधीक्षक रामगढ़, एसडीपीओ पतरातू सहित अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी, चितरपुर सी.ओ. दीपक मिंज तथा रजरप्पा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार भी उपस्थित रहे।