साहिबगंज। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। जिले के सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के मालदा का दौरा किया और वहां इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों तथा सुपर स्पेशिएलिटी डॉक्टरों से मुलाकात की। बैठक का उद्देश्य यह था कि साहिबगंज सदर अस्पताल में विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें, ताकि जिले के मरीजों को इलाज के लिए रांची, पटना या कोलकाता जैसे बड़े शहरों की ओर न जाना पड़े।
बैठक में क्या हुआ?
डॉ. रामदेव ने आईएमए मालदा के अध्यक्ष डॉ. पीके मजी, सचिव डॉ. अभिजीत मिश्रा और उपाध्यक्ष डॉ. शशि गुप्ता के साथ बैठक की। इसमें यह सहमति बनी कि आने वाले दिनों में मालदा के विशेषज्ञ चिकित्सक साहिबगंज में नियमित रूप से सेवाएं देंगे। इनमें हृदय रोग कार्डियोलॉजी, स्त्री एवं प्रसूति रोग गायनेकोलॉजी, शिशु रोग पीडियाट्रिक्स, अस्थि रोग ऑर्थोपेडिक्स, न्यूरोलॉजी, रेडियोलॉजी, यूरोलॉजी, ईएनटी, नेत्र रोग और त्वचा रोग जैसे विभाग शामिल हैं। इस दौरान डॉ. मुकेश कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल साहिबगंज भी मौजूद रहे। डॉ. पासवान ने कहा कि डॉ. मुकेश का समर्पण और विशेषज्ञता इस पहल को आगे बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण होगी।
आईएमए का क्या कहना है?
आईएमए मालदा के पदाधिकारियों ने इस कदम का स्वागत किया और आश्वासन दिया कि वे संगठनात्मक स्तर पर पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि मालदा के चिकित्सकों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे साहिबगंज आकर अपनी विशेषज्ञता साझा करें। अब तक साहिबगंज जिले के गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता था, जिससे समय और पैसे दोनों की खपत होती थी।
डॉ. पासवान के मुताबिक, नई व्यवस्था लागू होने से हृदय रोग, जटिल प्रसूति स्थितियां, बच्चों की विशेष बीमारियां, मस्तिष्क और नसों की समस्याओं समेत कई जटिल रोगों का इलाज अब स्थानीय स्तर पर ही संभव होगा।वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह सहयोग साहिबगंज और मालदा के बीच चिकित्सा सेवाओं को जोड़ने वाला नया सेतु बनेगा। इसे जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।