विभावि के राजनीतिक विज्ञान विभाग में पाठ्यक्रम पुनरीक्षण बैठक आयोजित

दिल्ली विश्वविद्यालय से आए दो विषय विशेषज्ञ

पाठ्यक्रम को बनाया गया आधुनिक और समयानुकूल : डॉ सुकल्याण मोइत्रा

संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता

हजारीबाग : विनोबा भावे विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में शनिवार को पाठ्यक्रम पुनरीक्षण हेतु बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ सुकल्याण मोइत्रा ने किया। दूसरे विश्वविद्यालय से आए विषय विशेषज्ञ के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट महाविद्यालय के प्राचार्य तथा राजनीति विज्ञान विभाग के विद्वान प्रोफेसर मनोज सिन्हा एवं स्नातकोत्तर डीएवी महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक प्रोफेसर अभय प्रसाद सिंह ने बैठक में भाग लिया। दोनों ही विद्वानों ने पाठ्यक्रम पुनरीक्षण हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दिए। विश्वविद्यालय के रविंद्रनाथ टैगोर कला भवन में अवस्थित राजनीति विज्ञान विभाग के पुस्तकालय कक्ष में बैठक आयोजित की गई। संत कोलंबा महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ अशोक राम ने पावर पॉइंट द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के तहत स्नातक पाठ्यक्रमों के स्ट्रक्चर को सबको बताया। पुरानी व्यवस्था और नई व्यवस्था के अंतर को भी उन्होंने स्पष्ट किया। इसके बाद मेजर के एक-एक पत्र के विषय वस्तु को स्क्रीन पर लाया गया और उसको लेकर उच्च स्तरीय विमर्श हुए। इसी प्रक्रिया से मेजर के बीस पत्रों के पाठ्यक्रमों को अंतिम रूप दिया गया। माइनर के चार पत्रों के पाठ्यक्रमों की भी समीक्षा की गई। इसके बाद एडवांस्ड मेजर के तीनों पत्र के पाठ्यक्रमों के एक-एक विषयों पर गहन विचार विमर्श हुए। सातवें और आठवें समसत्र में शोध से संबंधित एक-एक पत्र के विषय वस्तु को लेकर भी चिंतन मंथन किया गया। पाठ्यक्रम को आधुनिक दौड़ की जरूरत के अनुसार निर्धारित करने पर सहमति बनी। पाठ्यक्रम को सिविल सर्विस के परीक्षार्थियों के लिए उपयोगी बनाने पर बल दिया गया। विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में शिक्षक-छात्र अनुपात को भी ध्यान में रखा गया। आदर्श कॉलेज राजधनवार के राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ मधुलिका, मार्खम महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ रंजीत कुमार, स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ अजय बहादुर सिंह, रामगढ़ महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ बलवंती मिंज तथा डिग्री महाविद्यालय बरकट्ठा के प्राचार्य डॉ बलदेव राम ने बैठक में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस अवसर पर विभाग के शोधार्थी डॉ रुखसाना, डॉ शक्ति, डॉ समीर, धर्मेंद्र कुमार, महेंद्र पंडित, रवि विश्वकर्मा, श्वेता कुमारी, प्रतीक कुमार, विकास कुमार यादव एवं अभिमन्यु कुमार ने बैठक में भाग लिया तथा पूरी पुनरीक्षण प्रक्रिया का अवलोकन किया। विभागीय सहायक अंजन लकड़ा ने बढ़ चढ़कर कार्य में सहयोग किया।

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

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