सखी मंडल से जुड़कर हेमा बनीं आत्मनिर्भर, मुर्गी पालन से कमाए 1.08 लाख रुपये

लिट्टीपाड़ा/हिरणपुर | संवाददाता/

नारी शक्ति जब ठान ले तो किसी भी मुश्किल को पार कर सकती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है लिट्टीपाड़ा विधानसभा अंतर्गत हिरणपुर प्रखंड अंतर्गत गौरीपुर गांव की हेमा देवी ने। आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार को संबल देने के लिए हेमा देवी ने जेएसएलपीएस के तहत संचालित सखी मंडल से जुड़कर आत्मनिर्भर बनने का रास्ता चुना।

हेमा देवी की स्थिति कभी इतनी खराब थी कि घर चलाना भी मुश्किल हो गया था। बच्चों की पढ़ाई, पति की बेरोजगारी और टूटते सपनों के बीच हेमा को सखी मंडल के माध्यम से नया रास्ता मिला। 2024 में उन्होंने सखी मंडल से ऋण लेकर 20 चूजों से मुर्गी पालन की शुरुआत की।

धीरे-धीरे उन्होंने अपने घर में ही मदर यूनिट की शुरुआत की और छोटे चूजों को बड़ा कर बाजार में अच्छे दामों पर बेचना शुरू किया। हाल ही में हेमा ने 310 मुर्गियों को 350 रुपये प्रति दर से बेचकर कुल 1,08,500 रुपये की आमदनी की।

आज हेमा देवी ना सिर्फ आत्मनिर्भर हैं, बल्कि अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देने की दिशा में भी आगे बढ़ रही हैं। वह कहती हैं कि इस बदलाव की शुरुआत सखी मंडल से मिली हौसले और समर्थन से हुई।

गौरतलब है कि हिरणपुर प्रखंड में हेमा जैसी सैकड़ों महिलाएं सखी मंडल से जुड़कर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रही हैं। जरूरत बस हौसले और पहल की है।

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

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