संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
रांची : राजधानी रांची के मोराबादी स्थित लेक गार्डन अपार्टमेंट में महिलाओं ने मिलकर करमा मिलन समारोह का आयोजन बड़े ही पारंपरिक और सांस्कृतिक माहौल में किया। भाई-बहन के अटूट रिश्ते और प्रकृति के प्रति आस्था को समर्पित यह पर्व झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को एक बार फिर जीवंत कर गया।
पारंपरिक विधि से पूजा-अर्चना
समारोह की शुरुआत महिलाओं ने करम देवता की पूजा से की। पारंपरिक गीतों की स्वर लहरियों और ढोल-मांदर की थाप पर उपस्थित महिलाओं ने नृत्य करते हुए करमा देवता से सुख-समृद्धि की कामना की। सभी ने सामूहिक रूप से एक-दूसरे को पर्व की शुभकामनाएं दीं और भाई-बहन के रिश्ते को और मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
व्यंजनों में झलका झारखंड का स्वाद
पर्व के मौके पर खास दावत का आयोजन भी किया गया। इसमें झारखंड के पारंपरिक व्यंजन जैसे धूसका, आलू-चना की सब्जी, मडुआ की रोटी, चिकन हांडी और पीठा परोसे गए। इन पकवानों ने उपस्थित लोगों को झारखंड की सांस्कृतिक विरासत और पारंपरिक खानपान की याद दिलाई। सभी ने मिलकर भोजन का आनंद उठाया।
संगीत और सांस्कृतिक रंग
करमा गीतों की गूंज और पारंपरिक नृत्य की लय ने वातावरण को और अधिक उल्लासपूर्ण बना दिया। महिलाएं समूह बनाकर करमा गीत गाती रहीं और एक-दूसरे के साथ झारखंडी संस्कृति का आनंद लेती रहीं।
आयोजन में शामिल महिलाएं
समारोह में अनुराधा टोप्पो, अदिति राय, अंजू लाल, संगीता, अर्चना, सूचित, किरण, ज्योति, रश्मि और किरण सहित बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं। सभी ने मिलकर सामूहिक एकता, सहयोग और परंपरा को जीवंत रखने का संदेश दिया।