पाकुड़ ब्यूरो रिपोट
जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र में अवैध लॉटरी कारोबार का मास्टरमाइंड बीरबल लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा है। महेशपुर थाना की पुलिस लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन बीरबल हर बार किसी न किसी तरीके से बच निकलता है। अवैध लॉटरी के इस नेटवर्क में वह पूरे इलाके में एजेंटों की फौज खड़ी कर चुका है, जो गांव-गांव जाकर भोले-भाले ग्रामीणों को लॉटरी के नाम पर ठगते हैं।
कई गांवों में फैला है बीरबल का नेटवर्क
जानकारी के अनुसार बीरबल ने बड़ीइयारी, अभुआ, अंबेडकर चौक, इंग्लिशपाड़ा, चंडालमारा, रोलाग्राम, देवीनगर सहित कई गांवों में अपने एजेंटों को तैनात कर रखा है। ये एजेंट ग्रामीणों को 10 गुना मुनाफे का लालच देकर लॉटरी की बिक्री करते हैं। यह पूरा नेटवर्क एक योजनाबद्ध तरीके से चलता है, जिसमें मास्टरमाइंड बीरबल खुद लॉटरी टिकट एजेंटों को उपलब्ध कराता है।
नए पदाधिकारियों से सेटिंग कर बना लेता है सुरक्षा कवच?
स्थानीय सूत्रों की मानें तो बीरबल अक्सर महेशपुर थाना में पदस्थापित होने वाले नए पुलिस पदाधिकारियों से जल्दी ही ‘सेटिंग’ कर लेता है, जिससे उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती। यही वजह है कि आज तक वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जबकि उसके खिलाफ क्षेत्र में लॉटरी से जुड़े कई मामलों की शिकायतें लगातार मिल रही हैं।
ग्रामीणों में बढ़ रहा है आक्रोश
इस अवैध लॉटरी कारोबार से ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ रहा है। खासकर गरीब तबके के लोग अधिक प्रभावित हो रहे हैं, जो लालच में आकर लॉटरी खरीदते हैं और अपनी गाढ़ी कमाई गंवा बैठते हैं। ग्रामीणों में बीरबल और उसके नेटवर्क के खिलाफ नाराजगी बढ़ती जा रही है।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
एक ओर जहां प्रशासन लॉटरी जैसे गैरकानूनी कारोबार को बंद करने के लिए अभियान चला रहा है, वहीं महेशपुर थाना क्षेत्र में बीरबल का खुलेआम नेटवर्क चलना पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है। अब देखना यह होगा कि क्या महेशपुर पुलिस इस बार बीरबल के नेटवर्क को ध्वस्त कर पाएगी, या फिर वह एक बार फिर से चकमा देकर फरार हो जाएगा।