रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को मंत्रालय सभागार में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण सह मेधा सम्मान समारोह में राज्य के स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों, सहायक आचार्यों और प्रयोगशाला सहायकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देना और सरकारी स्कूलों को निजी विद्यालयों के समकक्ष संसाधन सम्पन्न बनाना है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल, सीबीएसई, आईसीएसई और सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। राज्य सरकार की आकांक्षा कोचिंग योजना से सफल विद्यार्थियों को भी सम्मान मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि अबुआ सरकार हर वर्ष टॉपर छात्रों को सम्मानित करती है ताकि उनकी मेहनत को पहचान मिले और भविष्य के लिए प्रोत्साहन मिले। इस साल भी झारखंड के होनहार बच्चों को ₹3 लाख नकद, लैपटॉप, मोबाइल फोन और स्कूटी देकर सम्मानित किया गया। वहीं सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के टॉपर छात्रों को लैपटॉप और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि पुरस्कार अब परिणाम आने के तुरंत बाद दिए जाएंगे ताकि उच्च शिक्षा के रास्ते में वित्तीय बाधा न आए। मुख्यमंत्री ने राजमहल के जेके हाई स्कूल के झारखंड आर्ट्स टॉपर देव तिवारी को विशेष रूप से सम्मानित करते हुए उन्हें ₹3 लाख, एक लैपटॉप, मोबाइल फोन और स्कूटी प्रदान की। देव ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देते हुए कहा कि यह सम्मान उन्हें और मेहनत कर राज्य का नाम रोशन करने की प्रेरणा देगा। कार्यक्रम में कुल 975 नई नियुक्तियाँ दी गईं, जिनमें 33 स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक, 909 गणित व विज्ञान के सहायक आचार्य और 33 प्रयोगशाला सहायक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि नेतरहाट विद्यालय के तर्ज पर राज्य में तीन और नए विद्यालय खोले जाएंगे और पहली बार नेतरहाट विद्यालय में लड़कियों का भी नामांकन होगा। इसके साथ ही उन्होंने गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना की जानकारी देते हुए कहा कि अब छात्रों को ₹15 लाख तक का शिक्षा ऋण बिना जमानत उपलब्ध होगा और विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्रों को 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर विद्यार्थी सफलता की ओर एक कदम बढ़ाएं तो सरकार उन्हें दस कदम आगे बढ़ाने का सहयोग करेगी।