साहेबगंज, संवाददाता
साहेबगंज जिले की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भाजपा नेता सत्य प्रकाश सिन्हा ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी को पत्र लिख गंभीर चिंताएं व्यक्त की हैं। उन्होंने मांग की है कि जिले में वर्षों से पदस्थापित चिकित्सकों का तत्काल स्थानांतरण किया जाए।
श्री सिन्हा ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि सरकारी अस्पतालों में कार्यरत कई चिकित्सक वर्षों से साहेबगंज में पदस्थापित हैं और अपने निजी क्लिनिक संचालित करते हैं। उनका ध्यान सरकारी सेवा की अपेक्षा निजी क्लिनिक से कमाई पर अधिक रहता है। इसके कारण गरीब मरीजों का शोषण हो रहा है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि साहेबगंज सदर अस्पताल से अक्सर खून की खरीद-फरोख्त, नवजात शिशुओं की मौत और बाहरी दवाइयां लिखने जैसे गंभीर मामले सामने आते रहते हैं। हाल ही में प्रकाशित समाचारों के हवाले से श्री सिन्हा ने कहा कि अस्पताल के डॉक्टर सरकारी पर्ची पर मरीजों को बाहर की दवा लिख रहे हैं और विशेष दुकानों से दवा खरीदने के लिए दबाव बना रहे हैं। यह स्थिति स्वास्थ्य सेवा के व्यावसायीकरण की ओर इशारा करती है।
भाजपा नेता ने मंत्री से यह भी आग्रह किया है कि जो सरकारी चिकित्सक निजी क्लिनिक चलाते हैं, उनकी अर्जित संपत्ति की जांच निष्पक्ष एजेंसी से कराई जाए। साथ ही वर्षों से पदस्थापित चिकित्सकों का तत्काल तबादला कर जिले में योग्य, कुशल और सेवाभाव रखने वाले डॉक्टरों की नियुक्ति की जाए।
श्री सिन्हा ने कहा कि जिले के डीसी हेमंत सती और सीएस डॉ. रामदेव पासवान लगातार सुधार का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अब तक ठोस परिणाम सामने नहीं आए हैं। इसलिए सरकार को कठोर निर्णय लेना ही होगा, तभी साहेबगंज जैसे गरीब जिले में गरीबों को समुचित इलाज मिल पाएगा।
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