
बभनगामा मोड़ स्थित उपकेंद्र पर संकट, ओवरलोड के कारण ट्रिपिंग और लो वोल्टेज की समस्या बढ़ी स्थानीय लोगों ने जताई नाराज़गी, विभाग ने दिया नया ट्रांसफॉर्मर लगाने का भरोसा
तीनपहाड़,। साहिबगंज ज़िले के तीनपहाड़ अंतर्गत में स्थित बभनगामा मोड़ (सुभाष चौक) स्थित पावर सब स्टेशन में बीते दस दिनों से बिजली आपूर्ति अस्त-व्यस्त है। दरअसल, यहां स्थापित दो 5 एमबीए क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मरों में से एक ट्रांसफॉर्मर जल गया है, जिससे अब पूरे छह फीडरों का लोड मात्र एक ट्रांसफॉर्मर पर आ गया है। परिणामस्वरूप पूरे क्षेत्र में ट्रिपिंग, लो-वोल्टेज और बिजली कटौती की समस्या उत्पन्न हो गई है।
छः प्रमुख फीडरों पर असर
इस पावर सब स्टेशन से तीनपहाड़, राजमहल, बभनगामा, बोरियो, तालझारी और बाकुडी क्षेत्रों को बिजली आपूर्ति होती है। पहले जब दोनों ट्रांसफॉर्मर क्रियाशील थे, तो तीन-तीन फीडर को बांटकर बिजली दी जाती थी, जिससे लोड संतुलित रहता था और उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिलती थी। मगर एक ट्रांसफॉर्मर के जल जाने के बाद अब सभी छह फीडर एक ही ट्रांसफॉर्मर से जुड़ गए हैं, जिससे ओवरलोडिंग की स्थिति उत्पन्न हो गई है। तकनीकी विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार ओवरलोड के चलते चालू ट्रांसफॉर्मर के भी प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है।
स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ी
स्थानीय ग्रामीणों का खाना है कि रात में कई बार लाइट चली जाती है। दिन में भी वोल्टेज इतना कम हो जाता है कि पंखा, कूलर और फ्रिज तक काम नहीं करता। छोटे बच्चों और बुजुर्गों को गर्मी में काफी परेशानी हो रही है। इसी तरह, क्षेत्र के दुकानदारो का कहना है, इनवर्टर भी चार्ज नहीं हो पा रहे हैं। इंटरनेट नेटवर्क बार-बार बाधित हो रहा है। ग्राहक आते हैं तो हम डिजिटल पेमेंट तक नहीं कर पा रहे। ग्रामीणों ने बिजली विभाग से अपील की है कि जल्द से जल्द नया ट्रांसफॉर्मर भेजा जाए और भविष्य में ऐसी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक स्टैंडबाय ट्रांसफॉर्मर की व्यवस्था भी की जाए।
विभाग की प्रतिक्रिया
बिजली विभाग के कनीय अभियंता (जेई ) चंदन कुमार ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर जलने की सूचना वरीय अधिकारियों को तत्काल दी गई थी। उन्होंने कहा,नया ट्रांसफॉर्मर जल्द ही पावर सब स्टेशन में स्थापित किया जाएगा। विभाग लगातार इस संकट को खत्म करने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता जितेन्द्र सेन जिछु