तीनपहाड़। झारखंड मुक्ति मोर्चा के पंचायत स्तरीय कार्यकर्ताओं की एक अहम बैठक तीनपहाड़ पंचायत में संपन्न हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक की अध्यक्षता करते हुए पंचायत प्रतिनिधियों ने स्थानीय विकास और संगठन की अनुशासित कार्यशैली पर व्यापक चर्चा की। बैठक में पारित प्रस्तावों में प्रमुख रूप से तीनपहाड़ को स्वतंत्र प्रखंड का दर्जा देने की पुरजोर मांग उठाई गई। कार्यकर्ताओं का कहना था कि वर्षों से यहां की जनता इस मांग को लेकर संघर्ष कर रही है, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण अब तक यह सपना अधूरा है। पंचायत बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि तीनपहाड़ क्षेत्र की मूलभूत समस्याएं पेयजल संकट, बिजली की अस्थिर आपूर्ति, जर्जर सड़कें और खेल मैदान जैसी सुविधाओं का घोर अभाव। अब असहनीय होती जा रही हैं। संगठन ने एक सुर में इस पर स्थायी समाधान की मांग की।
कार्यक्रमों में पंचायत की भूमिका सुनिश्चित करने की मांग
बैठक में यह प्रस्ताव भी रखा गया कि सांसद, विधायक या संगठन स्तर पर कोई भी कार्यक्रम हो चाहे वह शिलान्यास, उद्घाटन अथवा जनकल्याण से जुड़ा आयोजन उसकी जानकारी पंचायत अध्यक्ष को अवश्य दी जाए और कार्यक्रम पंचायत प्रतिनिधियों की मौजूदगी में संपन्न हो। संगठन का मानना है कि स्थानीय कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर बिचौलियों के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम संगठनात्मक मर्यादाओं के खिलाफ हैं और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में तीनपहाड़ पंचायत के विस्तार को लेकर भी निर्णय लिया गया। तय किया गया कि विस्तारित क्षेत्र की सूची पंचायत रजिस्टर के माध्यम से प्रखंड और जिला अध्यक्ष को भेजी जाएगी, ताकि संगठनात्मक संरचना को और मज़बूती दी जा सके।