Search
Close this search box.

रूस और अमेरिका के बीच तनाव: थर्ड वर्ल्ड वॉर की धमकी

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

संथाल हूल एक्सप्रेस सेंट्रल डेस्क


बिना संदेह, वर्तमान वैश्विक परिस्थितियाँ नाजुक हैं, विशेष रूप से अमेरिका और रूस के बीच तनाव के संबंध में। यूक्रेन मुद्दे पर बुनियादी मतभेद और राजनीतिक बयानबाजी ने एक बार फिर तीसरे विश्व युद्ध की संभावनाओं को उत्पन्न कर दिया है। इस स्थिति में अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान ने आग में घी डालने का काम किया है।

पृष्ठभूमि:
यूक्रेन संकट ने रूस और अमेरिका के बीच एक गहरा विभाजन पैदा कर दिया है। पिछले कुछ वर्षों में, दोनो देशों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। यूक्रेनी क्षेत्र में बढ़ते रूसी प्रभाव ने वाशिंगटन को चिंतित कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य सहायता और आर्थिक सहयोग प्रदान किया है।

डोनाल्ड ट्रंप का बयान:
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक सार्वजनिक बयान में कहा कि “पुतिन आग से खेल रहे हैं,” यह सुझाव देते हुए कि रूस कुछ विस्तृत और खतरनाक कदम उठा सकता है। उनके इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ा दी है, जिससे यह प्रतीत होता है कि अमेरिका और रूस के बीच टकराव की दिशा और भी गंभीर हो गई है।

रूस की प्रतिक्रिया:
रूस के सुरक्षा परिषद के चेयरमैन दिमित्री मेदवेदव ने ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “मैं एक ही बुरी चीज जानता हूं और वो है तीसरा विश्वयुद्ध।” उन्होंने यह भी कहा कि उम्मीद है कि ट्रंप इस स्थिति को समझते हैं। मेदवेदव की यह चेतावनी दर्शाती है कि रूस इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है और किसी भी प्रकार के उकसावे के खिलाफ खड़ा रह सकता है।

वैश्विक प्रतिक्रियाएँ:
इस स्थिति ने वैश्विक राजनीति को फिर से सक्रिय कर दिया है। विश्व के कई देशों ने दोनों तरफ से संयम बरतने की अपील की है। विशेष रूप से NATO के सदस्यों ने स्थिति की घातकता और संभावित युद्ध के परिणामों के प्रति चेतावनी दी है।


यूक्रेन मुद्दे को लेकर रूस और अमेरिका के बीच बढ़ता तनाव केवल क्षेत्रीय नहीं, बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है। यह आवश्यक है कि विश्व समुदाय इस चुनौती का सामना करें और युद्ध की कगार पर खड़ी इस स्थिति को कूटनीतिक उपायों के माध्यम से हल करने का प्रयास करें। समय का तकाज़ा है कि सभी पक्ष पृष्ठभूमि में समझौते की ओर बढ़ें, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार के विनाशकारी संघर्ष से बचा जा सके।

Leave a Comment

और पढ़ें