पाकुड़ (संवाददाता):
कालाजार उन्मूलन को लेकर प्रशासनिक प्रयासों की समीक्षा के लिए तीन दिवसीय दौरे पर आई केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड के बड़ा कुटलो और अमड़ापाड़ा प्रखंड के बदाहा गांव का निरीक्षण किया। टीम ने प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों को संतोषजनक बताते हुए सराहना की।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि प्रभावित क्षेत्रों में आईआरएस (इनडोर रेसिडुअल स्प्रे) गतिविधियां प्रभावी ढंग से संचालित की जा रही हैं। रोगियों की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में विस्तार देखा गया। टीम ने लिट्टीपाड़ा में सामुदायिक भागीदारी को सराहते हुए कालाजार रोगियों के बीच पोषण किट का वितरण भी किया।
कालाजार नियंत्रण में योगदान देने वाले समुदाय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को “कालाजार चैंपियन” के रूप में टी-शर्ट, टोपी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही मरीजों से संवाद कर उनकी प्रतिक्रिया भी ली गई।
टीम ने बताया कि पाकुड़ प्रशासन की प्रतिबद्धता, सामुदायिक भागीदारी और स्वास्थ्य कर्मियों की सक्रिय भूमिका कालाजार उन्मूलन को गति दे रही है। भविष्य की योजना के तहत चिकित्सा देखभाल, वेक्टर निगरानी, आईआरएस की गुणवत्ता, पोषण और जागरूकता कार्यक्रमों के विस्तार की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे।
निरीक्षण के दौरान संयुक्त निदेशक (एनवीबीडीसीपी) डॉ. छवि पंत जोशी, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. रजत रंजन, सिविल सर्जन डॉ. मंटू कुमार टेकरीवाल, डॉ. अमित कुमार, डॉ. कौशलेश कुमार सिंह सहित डब्ल्यूएचओ, पिरामल हेल्थ और राज्य सलाहकार टीमों के सदस्य मौजूद रहे।