संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
हजारीबाग : बड़कागांव प्रखंड के डाड़ीकलां पंचायत के डाड़ीकलां मोड़ से चेपाखुर्द तक पीसीसी पथ का सुदृढ़ीकरण कार्य किया जा रहा है जिसका शिलान्यास बड़कागांव विधायक रोशनलाल चौधरी ने बीते 5 मई को किया। लेकिन बड़कागांव में विभागीय अभियंताओं और संवेदकों की मिलीभगत से इस योजना का मजाक उड़ रहा है। डाड़ीकलां मोड़ में झारखंड सरकार ग्रामीण कार्य विभाग, प्रमंडल हजारीबाग, प्रखंड बड़कागांव डाड़ी मोड से मंझली डाड़ी तक पथ सुदृढ़ीकरण का बोर्ड लगाया गया है। जिसमें साफ लिखा हुआ है कि डाड़ी मोड़ से मंझली डाड़ी के लिए स्वीकृत है। लेकिन वास्तव में सड़क का निर्माण कहीं और कराया जा रहा है। विभाग की इस मनमानी से स्थानीय ग्रामीण हैरान हैं। सड़क का सुदृढ़ीकरण डाड़ी कलां मोड़ से चेपाखुर्द तक कराई जा रही है। हैरानी की बात यह है कि डाड़ी कलां से मंझली डाड़ी को जोड़ने के लिए कोई सड़क है ही नहीं जिसका शिला पट्ट में उल्लेख है। अब सवाल यह है की इस सड़क से किसको फायदा होने वाला है जबकि डाड़ी कलां पंचायत के मंझली डाड़ी एवं उपरैली डाड़ी एनटीपीसी के पंकरी बरवाडीह कोल् खनन परियोजना के कारण विस्थापित हो चुका है वहीं बचे हुए गांव को भी पूर्ण रूप से विस्थापित होना है। वहीं इस पीसीसी पथ सुदृढ़ीकरण में अवैध बालू से ही पीसीसी पथ का कार्य हो रहा हैं। भारी मात्रा में अवैध बालू ट्रक्टरों से जमा किया जा रहा है। उक्त बालू का उपयोग सड़क निर्माण में हो रहा है, जिससे सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। इनमे सरकार का पैसा अभियंताओं और संवेदकों के खेल की भेंट चढ़ता दिख रहा है।