संथाल हूल एक्सप्रेस सेन्ट्रल डेस्क
पिछले दिनों भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अज़हर के परिवार पर भारी चोट पहुंचाई है। इस ऑपरेशन के दौरान मसूद अज़हर के परिवार के 10 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही, खबरों के अनुसार, मसूद के चार करीबी रिश्तेदार भी इस हमले की चपेट में आए हैं।
मसूद अज़हर ने एक ताजा बयान में बताया कि मारे गए लोगों में उसकी बड़ी बहन, बहनोई, भांजा और भांजे की पत्नी, भतीजी, और परिवार के पांच अन्य बच्चे शामिल हैं। इस घटना ने देश के सुरक्षा माहौल को एक बार फिर से जटिल बना दिया है, जहाँ आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सख्त संदेश देने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य आतंकवादी गतिविधियों को कुंद करना और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना था। हालाँकि, मसूद अज़हर की प्रतिक्रिया और उसके परिवार के सदस्यों की मृत्यु से यह भी स्पष्ट होता है कि आतंकवादी संगठन अब भी सक्रिय हैं और उनके खिलाफ कार्यवाही में कई जटिलताएं हैं।
इस ऑपरेशन की व्यापकता और इसका प्रभाव आने वाले समय में देखने लायक होगा। सुरक्षा बलों ने यह स्पष्ट किया है कि वे देश की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध हैं और जब भी आवश्यक समझेगी, उस समय आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कदम उठाएंगे।