पाकुड़ में करोड़ों की लागत से बन रही बाईपास सड़क की गुणवत्ता पर उठे सवाल

संथाल हूल एक्सप्रेस, पाकुड़ नगर/ ममता जयसवाल

पाकुड़ शहर से यादवपुर तक करोड़ों की लागत से बन रही बाईपास सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग, संवेदक और इंजीनियर की भूमिका को लेकर संदेह गहराता जा रहा है।

जानकारी के अनुसार, इंजीनियर की गैरमौजूदगी में आधी रात को ढलाई की जा रही है, जिसका नतीजा अगली सुबह ही देखने को मिल रहा है जब ढलाई खुद-ब-खुद टूटने लगती है। यह सब उस वक्त सामने आया जब शहरकोल पंचायत के मुखिया विकास गौड़ की नजर निर्माण कार्य पर पड़ी।

मुखिया विकास गौड़ ने निर्माण कार्य की जांच कर कई अनियमितताओं को उजागर किया। उन्होंने बताया कि जीएसबी (ग्रेनुलर सब-बेस) के नाम पर सिर्फ स्टोन डस्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि मिट्टी की मात्रा नगण्य है। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण कार्य में सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है और गुणवत्ता नाम की कोई चीज नहीं है।

बता दें कि यादवपुर से मौलाना चौक तक बनी पुरानी सड़क निर्माण के कुछ ही महीनों बाद गड्ढे उभर आए थे, जिससे विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

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