जेएसएलपीएस योजना से बदली सिवांती हेंब्रम की किस्मत, अब खेती से होती है अच्छी आमदनी

संथाल हूल एक्सप्रेस, पाकुड़िया:/ संतोष साहा

पाकुड़िया प्रखंड अंतर्गत गनपुरा पंचायत के सपादाहा गांव की रहने वाली सिवांती हेंब्रम ने झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की योजनाओं से जुड़कर न केवल अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया, बल्कि दूसरों के लिए भी मिसाल बन गई हैं। खेती-बाड़ी और पशुपालन पर निर्भर रहने वाली सिवांती पहले पूंजी की कमी के कारण केवल 5-6 कट्ठा जमीन पर सब्जी की खेती करती थीं, जिससे उनकी आय सीमित थी।

वर्ष 2014 में सिवांती हेंब्रम ने आजीविका सखी मंडल से जुड़कर साप्ताहिक बचत शुरू की। कुछ समय बाद उन्होंने ‘कदम बाहा आजीविका सखी मंडल’ से 15 हजार रुपये का ऋण लेकर 30 डिसमिल भूमि में टमाटर, बैंगन व मिर्च की खेती शुरू की। इसके बाद वह जिला प्रशासन और जेएसएलपीएस के सहयोग से संचालित ‘चास हाट’ योजना से भी जुड़ गईं।

चास हाट के तहत उन्हें भेज कार्ड प्रदान किया गया, जिसके माध्यम से वह सप्ताह में तीन दिन गांव-गांव घूमकर सब्जियां बेचती हैं। वर्तमान में सिवांती हेंब्रम प्रतिदिन 500 से 600 रुपये तक की आमदनी कर रही हैं और सालाना 50 से 60 हजार रुपये तक की कमाई हो रही है।

इस पहल से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और अब वे पूरे वर्ष विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाकर आत्मनिर्भर जीवन जी रही हैं। सिवांती हेंब्रम की यह सफलता ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।

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