परिचय पत्र के अभाव में अपने परिचय के मोहताज हैं एएस महाविद्यालय के छात्र

महाविद्यालय प्रबंधन छात्र की मूलभूत सुविधाओं पर नही दे रहा ध्यान

दो वर्ष पूर्व बने विज्ञान भवन उदघाटन के बहाने छात्रों की राशि का करने में लगी है बंदरबांट

संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता

देवघर : झारखंड की उप राजधानी दुमका के सिद्धो कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका की अंगीभूत इकाई एएस महाविद्यालय देवघर में बीते कुछ वर्ष पूर्व विज्ञान भवन का निर्माण कॉलेज परिसर में कराया गया था, ताकि छात्रों एवं महाविद्यालय प्रबंधन को विभागीय कार्यों में सहूलियत हो सके। लेकिन उक्त भवन के निर्मित हुए दो वर्षों बाद भवन के उदघाटन के बहाने महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा भवन उदघाटन के नाम पर सरकारी राशि का बंदरबांट करने की योजना बनायी जा रही, जिसकी सुधि लेने वाला कोई नही। भवन उदघाटन के नाम पर सरकारी राशि के बंदरबांट की मंशा से जुड़े मामले पर दुमका विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ के सचिव सह सीनेट सदस्य विश्वराज सिंह ने विज्ञान भवन उदघाटन से जुड़े मामले पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीते 29 मार्च को ही महाविद्यालय परिसर में बने इस विज्ञान भवन का लगभग तीन लाख की राशि से कुलपति महोदय के द्वारा उदघाटन की तैयारी की थी, लेकिन छात्र संघ के पूर्व सचिव विश्वराज सिंह द्वारा छात्र हित में महाविद्यालय द्वारा उक्त विज्ञान भवन के उदघाटन पर लाखों रुपये की राशि बंदरबांट कर खर्च करने की से जुड़े राशि के अन्य जरूरी कार्यों को छोड़ कर महाविद्यालय द्वारा राशि के दुरुपयोग करने का आवाज उठाया था, जिसके फलस्वरूप महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा उदघाटन कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था। अब पुनः महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा भवन का उदघाटन करने की योजना बनाकर छात्रों से जुड़े जन उपयोगी कार्य न कर राशि के बंदरबाट की तैयारीयां जारी है। इसी मामले को लेकर छात्र संघ के पूर्व सीनेट सदस्य सह सचिव विश्वराज सिंह ने कहा कि किसी भी सरकारी भवन का उदघाटन जरूरी है। लेकिन महाविद्यालय में इससे जरूरी छात्रों की मूलभूत समस्याओं का निदान निकालना महाविद्यालय प्रबंधन का दायित्व बनता है। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि नए सत्र में नामांकित छात्र छात्राओं को अबतक महाविद्यालय द्वारा न तो परिचय पत्र उपलब्ध कराया गया है और न ही बेहतर शौचालय आदि की व्यवस्था को महाविद्यालय में व्यवस्थित कराने का छात्र हित में अब तक कार्य किया गया है, और अब पुनः छात्रों से महाविद्यालय में आईडी कार्ड आदि के नाम पर ली जाने वाली विकास शुल्क आदि से जुड़ी राशि का भवन उदघाटन के नाम पर दुरुपयोग कर रही है, और महाविद्यालय के छात्र अपने परिचय के मोहताज हो महाविद्यालय में आईडी कार्ड आदि के लिए चक्कर लगा रहे हैं, तो दूसरी ओर महाविद्यालय प्रबंधन इन जरूरी विषयों को दरकिनार करते हुए छात्रों की राशि पर कुंडली मार महज एक भवन के उदघाटन का दिखावा करने के बहाने लाखों रुपये की राशि का वारा न्यारा करने में लगी है। ऐसे मामलों पर छात्र हित में संज्ञान लेने हेतु पूर्व सीनेट सदस्य सह सचिव विश्वराज सिंह ने महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति झारखंड विश्वविद्यालय, मुख्यमंत्री, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव, देवघर आयुक्त से मामले की जांच कर छात्र हित में राशि के दुरुपयोग पर रोक लगाने हेतु ज्ञापन देने की बात कही है।

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