दूधकोल में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा शुरू

बीडीओ व सीओ ने फीता काट किया शुभारंभ

संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता तालझारी।

तालझारी प्रखंड अन्तर्गत दुधकोल गांव में आयोजित सात दिवसीय आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ बुधवार को तालझारी प्रखंड विकास पदाधिकारी पवन कुमार, अंचलाधिकारी राम सुमन प्रसाद, मुखिया दुर्गा किस्कू ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। वहीं उद्घाटन पश्चात भगवान कृष्ण कन्हैया को पुष्प का माला पहनाया गया एवं कथावाचिका साधवी पूजा ब्रज किशोरी को भी पुष्प गुच्छ एवं पुष्प माला पहनाकर सभी ने स्वागत किया। कथावाचिका ने सभी को अंग वस्त देकर सम्मानित किया। वृंदावन से आयी कथावाचिका के साथ ही भजन, गायन एवं वादन से प्रवचन प्रस्तुत किया गया। इस दौरान कथावाचिका साधवी पूजा ब्रज किशोरी ने प्रथम दिन भागवत कथा के महत्व की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि बिना परिचय किसी के साथ श्रद्धाभाव के साथ संबंध व संपर्क स्थापित नहीं होते। इसीलिए यह जानना जरूरी है कि श्रीमद्भागवत कथा क्या है। भागवत कथा के सुनने से क्या लाभ है। साथ ही कहा कि कथा वही है, जिसमें ईश्वर से प्रेम हो। कथा सुनने से भक्तों में श्री कृष्ण का ज्ञान वैराग्य भक्ति स्थापित हो जायेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा गुरु शिष्य संबंध भी है, जिसमें गुरुदेव सुखदेव जी महाराज अपने प्रिय शिष्य राजा परीक्षित को भगवान की कथा अमृत का पान कराते हुए उनके ह्रदय में भगवान की प्रेम भक्ति स्थापित की और उसे भगवान से मिला दिया, अर्थात आत्म ज्ञान करा दिया। साथ ही कहा कि कलयुग में अमृतवाणी है श्रीमद्भागवत कथा। कहा, कथा सुनते-सुनते खुद से मिल जाना है, जो स्वयं से मिल जाता है उसे कभी अकेलापन नहीं सताता।

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