संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
देवघर : खागा थाना क्षेत्र के बगदाह पंचायत अंतर्गत बगदाहा आदिवासी टोला निवासी 65 वर्षीय महेश्वर राणा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि उनकी मौत पुलिस की मारपीट के कारण हुई है, जो मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। महेश्वर राणा की बेटी आलोनी देवी की शादी सारठ थाना क्षेत्र के जमुआसोल गांव में हुई थी। हाल ही में, आलोनी देवी के पति, साधु राणा के बेटे संतोष राणा ने गांव की एक लड़की के साथ प्रेम विवाह कर भाग जाने का मामला सामने आया। इस पर लड़की के परिजनों ने सारठ थाना में तहरीर देकर लड़की की बरामदगी की मांग की। बताया जा रहा है कि इसी सिलसिले में सारठ थाना पुलिस ने खागा थाना के सहयोग से महेश्वर राणा को उठाकर ले गई। महेश्वर राणा के पुत्र बाबूलाल राणा, पुत्री मंगली देवी, आलोनी देवी और पत्नी कमला देवी के अनुसार, पुलिस ने उन्हें दिन के 9 बजे उठाया और घर की तलाशी ली, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। पुलिस ने आरोप लगाया कि परिजन लड़का और लड़की को छुपाए हुए हैं। दोपहर 1 बजे महेश्वर राणा को पुलिस जीप में बैठाकर घर पहुंचे, जहां वह खून की उल्टियां करने लगे। परिवार ने उन्हें तुरंत जामताड़ा सदर अस्पताल ले जाया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी कमला देवी और बेटे बाबूलाल राणा ने आरोप लगाया है कि पुलिस के द्वारा की गई मारपीट से ही महेश्वर राणा की तबीयत बिगड़ी। वे यह भी कहते हैं कि पुलिस ने उनके पति को घर के बाहर उतार कर भाग निकले। इस घटना से परिवार का बुरा हाल है और पूरे गांव में यह घटना चर्चा का विषय बन गई है। पंचायत के मुखिया गोलक बिहारी यादव, झारखंड आंदोलनकारी युधिष्ठिर प्रसाद सिंह यादव, जेएमएम नेता परेश मंडल, युवा जेएमएम नेता सनाउल अंसारी, दिलीप मरांडी, सुबेश मुर्मू तथा उप मुखिया प्रतिनिधि गोपाल सिंह ने घटना की गंभीरता को देखते हुए कहा कि यह पुलिस की दबंगई का नतीजा है और महेश्वर राणा की मृत्यू मानवाधिकारों का उल्लंघन है। सभी ने मानवाधिकार आयोग से मामले का संज्ञान लेने और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस मामले ने एक बार फिर पुलिस द्वारा किए जा रहे मानवाधिकारों के उल्लंघनों को उजागर किया है। पीड़ित परिवार एवं स्थानीय समाज ने न्याय की उम्मीद में प्रशासन से उचित कार्यवाही की मांग की है। यह मामला जंगल में आग की तरह फैल गया है, और अब सभी की नजरें न्याय और सच्चाई की ओर लगी हुई हैं। पुलिस द्वारा की गई इस घटना की गंभीरता को देखते हुए सरकार और प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी होगी, ताकि दिवंगत महेश्वर राणा के परिजनों को न्याय मिल सके।