अमडापाड़ा/ पाकुड़ संवाददाता
पाकुड़ में झामुमो के दुमका विधायक बसंत सोरेन ने पहली बार कोल ब्लॉक से विस्थापित हुए ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान को लेकर आलूबेड़ा का दौरा किया। ग्रामीणों ने उनका पारंपरिक स्वागत किया और अपने मुद्दे उनके सामने रखे। विस्थापितों ने शिकायत की कि पिछले पांच वर्षों से बीजीआर और डब्लूबीपीडीसीएल कंपनियां कोल माइनिंग कर रही हैं, लेकिन विस्थापितों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल और रोजगार की कमी प्रमुख समस्याएं हैं।
विस्थापित रैयतों ने बताया कि मुआवजे के मामले में पारदर्शिता नहीं बरती गई और उन्हें पुराने दर पर ही मुआवजा दिया गया है। विधायक सोरेन ने इन समस्याओं को गंभीरता से लिया और कहा कि वे इन मुद्दों को सरकार तक पहुंचाएंगे तथा प्रशासनिक अधिकारियों और कंपनियों के साथ इस पर चर्चा करेंगे।
ग्रामीणों ने विधायक को बताया कि उनके सपनों का विकास अधूरा है और उन्होंने विधायक से अपने अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूक होने की अपील की। विधायक ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे जल्द ही उनकी मूलभूत समस्याओं का समाधान कराने का प्रयास करेंगे।
इस दौरे में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और स्थानीय नेताओं की अच्छी तादाद मौजूद थी। सोरेन ने खनन क्षेत्र का भी अवलोकन किया और कंपनियों के अधिकारियों से भी बातचीत की।