चंडालमारा में भागवत कथा के तीसरे दिन नंन्दलाल पांडे का सुने विचार

महेशपुर

महेशपुर प्रखंड के चंडालमारा में आयोजित सात दिवसीय चतुश्लोकी भागवत कथा के तीसरे दिन देवघर से आए कथावाचक श्री नंदलाल पांडे जी महाराज ने विदूर कथा और कपिल देउहुति संवाद का प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि कलीयुग में मनुष्य जीवन का मोक्ष प्राप्ति का एकमात्र उपाय है। राजा परिक्षित को जब शमीक ऋषि के पुत्र श्रींगी ने श्राप दिया कि सात दिन के भीतर मृत्यु होगी, तो सूखदेव महाराज ने उन्हें श्रीमद्भागवत का श्रवण कराकर मोक्ष प्राप्ति का उपाय बताया। इस कथा के माध्यम से भक्तों को जीवन का सार्थकता और मोक्ष का मार्ग बताया गया।

कथा श्रवण के लिए दूर-दूर से भक्त कथा पंडाल में पहुंच रहे हैं और कार्यक्रम के सफल आयोजन में राधिका पाल, रमेश पाल, असीत पाल, राजीव कुमार भंडारी, गौतम पाल और अन्य सहयोगियों की अहम भूमिका रही है।

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