अरुणाचल प्रदेश में बहुचर्चित डबल सुसाइड केस ने नया मोड़ ले लिया है। राज्य सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फरार IAS अधिकारी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही, स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को जांच की पूरी जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
🕵️♂️ मामला क्या है
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में ईटानगर में एक डबल सुसाइड की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया था। प्रारंभिक जांच में इस मामले में एक वरिष्ठ IAS अधिकारी का नाम सामने आने के बाद से हड़कंप मच गया।
बताया जा रहा है कि अधिकारी पिछले कई दिनों से संपर्क से बाहर हैं और फोन स्विच ऑफ है।
पुलिस ने उनकी गतिविधियों और संपर्कों की जांच शुरू कर दी है। वहीं, गृह विभाग ने सभी हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और सीमावर्ती चौकियों को सतर्क किया है ताकि अधिकारी देश छोड़कर न जा सकें।
⚖️ SIT ने संभाली जांच
राज्य सरकार ने इस मामले को संवेदनशील और उच्च-प्रोफ़ाइल मानते हुए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है।
SIT में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, फॉरेंसिक विशेषज्ञ और डिजिटल ट्रैकिंग टीम शामिल है।
टीम ने संबंधित स्थानों से सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों को जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
🗣️ राज्य सरकार का रुख
राज्य के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
“यह मामला पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है। किसी को भी कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा। जांच निष्पक्ष और पारदर्शी होगी।”
उन्होंने यह भी पुष्टि की कि लुकआउट नोटिस सभी राज्यों और हवाईअड्डा प्राधिकरणों को भेज दिया गया है।
⚠️ जन प्रतिक्रिया
घटना के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं।
ArunachalPradesh, #IAS, #SIT जैसे हैशटैग के साथ नागरिक पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं।
कई लोगों ने इसे “प्रशासनिक तंत्र की साख पर सवाल उठाने वाली घटना” बताया है।
🔍 आगे की कार्यवाही
SIT आने वाले दिनों में मामले से जुड़े अन्य अधिकारियों और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ करेगी।
वहीं, गृह विभाग ने संकेत दिया है कि यदि आवश्यक हुआ तो केन्द्र सरकार से CBI जांच की भी सिफारिश की जा सकती है।