संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता, तीनपहाड़
मालदा रेल मंडल के कल्यांचक स्टेशन पर बुधवार की सुबह एक गंभीर मामला सामने आया है। स्टेशन के एक नंबर प्लेटफॉर्म के अंतिम छोर पर पोल संख्या 198/38 के पास लगभग 30 से अधिक ओपेंटल क्लिप (पटरी को जोड़े रखने वाले क्लैंप) गायब पाए गए। ये क्लिप रेल ट्रैक की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। घटना का समय बुधवार सुबह करीब 4 बजे का बताया जा रहा है।
कीमैन ने दी स्टेशन मास्टर को सूचना

सुबह नियमित गश्त के दौरान कीमैन ने देखा कि ट्रैक के एक हिस्से से कई ओपेंटल क्लिप गायब हैं। उसने तत्काल स्टेशन मास्टर गोपाल साहा को सूचना दी। स्टेशन मास्टर ने बिना विलंब उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही मालदा मंडल के एसी शंभूनाथ राम आरपीएफ बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया।
अधिकारियों ने लिया स्थिति का जायजा

घटना की गंभीरता को देखते हुए मालदा रेल मंडल के डीएससी असीम कुमार कुल्लू भी कल्यांचक पहुंचे। उन्होंने स्थल का निरीक्षण करते हुए बताया कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप ग्रुप में सूचना मिली थी कि करीब 25 से 30 ओपेंटल क्लिप गायब हुई हैं। फिलहाल आरपीएफ की टीम जांच कर रही है। आसपास के कबाड़ी दुकानदारों, ट्रैक के निकट रहने वाले लोगों और अन्य संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पहली नजर में यह मामला चोरी का प्रतीत होता है, लेकिन किसी अन्य कारण की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। जांच सभी पहलुओं पर की जा रही है।
ट्रेन की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
सूत्रों के अनुसार, यह घटना साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस के गुजरने के समय के आसपास की है। बताया गया कि ट्रेन की समय और कीमैन की सतर्कता के कारण बड़ा हादसा होते-होते टल गया। घटना की जानकारी मिलते ही तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंचकर ट्रैक को तुरंत दुरुस्त किया और नई क्लिप लगाई, जिसके बाद रेल संचालन को सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया।
जांच में जुटी आरपीएफ और रेलवे अफसरों की टीम

घटनास्थल पर साहिबगंज आरपीएफ इंस्पेक्टर गुलाम सरवर, बरहरवा आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार, और अन्य अधिकारी दलबल के साथ मौजूद रहे। पूरी टीम ने क्षेत्र का बारीकी से निरीक्षण किया और ट्रैक की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त व्यवस्था लागू की।
एंगल कई, जांच जारी
रेल मंडल सूत्रों के अनुसार, यह मामला साधारण चोरी से कहीं अधिक गंभीर भी हो सकता है। किसी अंदरूनी साजिश या निगरानी की कमी से इनकार नहीं किया जा सकता। आरपीएफ की खुफिया इकाई को भी सक्रिय कर दिया गया है। रेल प्रशासन ने कहा है कि रात्री गश्त बढ़ाई जाए और ट्रैक सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए।