“रमा एकादशी: श्रद्धा, भक्ति और समृद्धि का पवित्र पर्व”


🌼 रमा एकादशी का महत्व

हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रमा एकादशी कहा जाता है।
यह एकादशी व्रत भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी (रमा) को समर्पित है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, जो श्रद्धापूर्वक रमा एकादशी का व्रत रखता है, उसके जीवन से दुःख, दरिद्रता और क्लेश दूर हो जाते हैं।

यह दिन आध्यात्मिक जागृति और मानसिक शांति का प्रतीक है — जब भक्ति और अनुशासन के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में संतुलन और सुख प्राप्त करता है।


🕉️ पौराणिक कथा और धार्मिक विश्वास

पद्म पुराण के अनुसार, एक समय राजा मुचुकुंद ने भगवान विष्णु की आराधना कर इस व्रत का फल प्राप्त किया था।
भगवान विष्णु ने उन्हें वरदान दिया कि जो भक्त रमा एकादशी का व्रत करेगा, उसे न केवल पापों से मुक्ति मिलेगी, बल्कि उसके जीवन में लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहेगी।

इस दिन भगवान विष्णु की पूजा पीले वस्त्र, तुलसी पत्ते, पंचामृत और दीपदान से की जाती है।
व्रतधारी पूरे दिन निराहार रहते हैं, प्रभु की कथा सुनते हैं और रात में जागर (भजन-कीर्तन) करते हैं।


🌾 झारखंड और ग्रामीण भारत में परंपरा

झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में रमा एकादशी का विशेष महत्व है।
गाँवों में श्रद्धालु सामूहिक रूप से विष्णु मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं।
महिलाएँ परिवार की समृद्धि, संतान की दीर्घायु और गृह सुख के लिए व्रत रखती हैं।
रात्रि में सामूहिक भजन, दीपदान और कथा श्रवण का आयोजन किया जाता है।

इस व्रत को “लक्ष्मी प्राप्ति का द्वार” भी कहा जाता है, क्योंकि देवी रमा स्वयं भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं — जो सौभाग्य, धन और शांति की प्रतीक मानी जाती हैं।


💫 आध्यात्मिक संदेश

रमा एकादशी हमें यह सिखाती है कि सच्ची समृद्धि केवल धन से नहीं, बल्कि संतोष, सेवा और भक्ति से आती है।
जब व्यक्ति लोभ और मोह से मुक्त होकर प्रभु में विश्वास रखता है, तब उसके जीवन में सच्चा सुख और स्थिरता आती है।

🌸 “भक्ति में वही शक्ति है जो अशांत मन को शांति और अंधकार को प्रकाश में बदल देती है।” 🌸

रमा एकादशी केवल एक धार्मिक व्रत नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक उत्थान का अवसर है।
इस दिन हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने जीवन में ईमानदारी, करुणा और सेवा की भावना बनाए रखें।

संथाल हूल एक्सप्रेस परिवार की ओर से सभी पाठकों को रमा एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएँ।
भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी आपके जीवन में शांति, सुख और समृद्धि का संचार करें।

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

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