समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कांके में पांच दिवसीय एआई कार्यशाला का हुआ समापन।

कक्षा 10 से 12 के सैकड़ों बालिकाएं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया

रांची : सामाजिक संस्था समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट एवं रिलेशंस कि ओर से कांके करतुरबा गांधी बालिका विद्यालय में आयोजित पांच दिवसीय एआई कार्यशाला का समापन किया गया। इस कार्यशाला में स्कूल कि कक्षा 10 से कक्षा 12 तक की बालिकाओं ने हिस्सा लिया। जिसमें बालिकाओं को ऐआई के प्रयोग को बताया गया।इस पांच दिवसीय एआई कार्यशाला में बालिकाओं ने बहुत कुछ सिखा और समझा। स्कूल के कंप्यूटर शिक्षक सतीश नायक एवं रांची विश्वविद्यालय के मास कम्युनिकेशन कि छात्रा ऋषिका कुमारी ने संयुक्त रूप से कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मानव बुद्धि का अनुकरण करने वाली मशीनें बनाने की एक प्रकिया है जो डेटा के आधार पर सीखने और स्वयं को बेहतर बनाने में सक्षम है। छात्रों के लिए एआई भविष्य के कार्यबल के लिए महत्वपूर्ण है,जो बच्चों का बुद्धि को तेज करता है और रचनात्मक और सहानुभूति आधारित कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर देता है हालांकि इसके कुछ नकारात्मक पहलुए भी हैं। जैसे बेरोज़गारी और ल।गत पर भी विचार किया गया और समझा गया कि बच्चो द्वारा एआई एक सहायक उपकरण है,न कि मानव को बदलने वाला।

एआई के लाभ और छात्रों के लिए इसका महत्व –

एआई छात्रों को व्यक्तिगत शिक्षण अनुभव प्रदान कार सकता है,जो उनकी सीखने की गति और शैली के अनुकूल होता है। एआई से जुड़ी कुछ विचारणीय पहलू भी हैं जैसे रोजगार की चिंताएं – एआई के कारण कुछ नौकरियों के कम होने का खतरा है, जिस पर छात्रों ने कई विचार रखा।nइस पांच दिवसीय एआई कार्यशाला में बालिकाओं ने बहुत कुछ सिखा और समझा।bइस अवसर पर मुख्य अतिथि के स्कूल कि प्राचार्या अंजली गांगुली, समर्पण चैरिटेबल ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी आनंद केडिया, उमेश केडिया, स्मिता केडिया, रिलेशंस के निदेशक आशुतोष द्विवेदी, रंगकर्मी ऋषिकेश लाल, रेशमा परवीन जी मुख्य रूप से उपस्थित थीं।bसभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से पांच दिवसीय ऐआई वर्कशॉप में भाग लेने वाली सैकड़ों बालिकाओं को परस्ती पत्र देकर सम्मानित किया गया। यह जानकारी अमन ने दी

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

Leave a Comment