रामगढ़ : कुजू ओपी क्षेत्र में अपराधियों ने एक वृद्ध दंपति को उनके ही घर में बंधक बना लिया और उनके बेटे से 10 लाख रुपये की मोटी फिरौती की मांग की। हालांकि,अपराधियों का दांव उल्टा पड़ गया.पुलिस की त्वरित और सटीक कार्रवाई से न सिर्फ दंपति को सुरक्षित बचाया गया, बल्कि इस गिरोह के कई सदस्यों को भी दबोच लिया गया है। यह घटना सोमवार की देर रात हुई.लोहा गेट निवासी नंदकिशोर सिंह और उनकी पत्नी अपने घर पर थे। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, रात के अंधेरे में करीब आठ नकाबपोश अपराधियों का एक समूह उनके घर में घुस आया। अपराधियों ने वृद्ध दंपति को डरा-धमकाकर बंधक बना लिया। इसके बाद, उन्होंने घर में लूटपाट शुरू कर दी। नंदकिशोर सिंह ने पुलिस को बताया कि लुटेरों ने घर में रखे लगभग 15 हजार रुपये नकद और कुछ गहने भी लूट लिए।लूटपाट के बाद अपराधियों ने दंपति को घर से निकाला और एक सुनसान इलाके में ले गए। इसी दौरान, उन्होंने नंदकिशोर सिंह के फोन का इस्तेमाल करके उनके बेटे मनोज सिंह को फोन किया और 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। अपराधियों ने पैसे नहीं देने पर दंपति को जान से मारने की धमकी भी दी।जैसे ही मनोज सिंह को फिरौती का फोन आया, उन्होंने बिना देर किए तुरंत पुलिस को सूचना दी। रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद, मांडू थाना प्रभारी सदानंद कुमार और वेस्ट बोकारो ओपी प्रभारी दीपक कुमार की एक विशेष टीम गठित की गई। पुलिस ने तुरंत अपराधियों की लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया। अपराधी बेहद शातिर थे और वे लगातार अपना लोकेशन बदल रहे थे ताकि पुलिस उन तक न पहुंच सके। उन्होंने कई घंटे तक पुलिस और परिवार को भ्रमित किया।अपराधियों ने मनोज सिंह को हजारीबाग जिले के कन्हरी पहाड़ के पास फिरौती की रकम लेकर आने को कहा। जैसे ही अपराधियों ने लोकेशन बताई, पुलिस ने भी उसी के अनुसार अपनी रणनीति बना ली। मनोज सिंह को रुपये से भरा एक बैग लेकर वहां भेजा गया, जबकि पुलिस की टीम पहले से ही सादे कपड़ों में वहां मौजूद थी। जैसे ही कुछ अपराधी बाइक पर रुपये लेने आए, पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों दबोच लिया। पुलिस की इस सफल घेराबंदी से गिरोह पकड़ा गया.
