एचइसी इलाके से अतिक्रमण हटाने का निर्णय राज्य सरकार का नहीं, भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय और साउथ ईस्टर्न रेलवे का है : सुपारियो भट्टाचार्य

केंद्र के आदेश पर हटाया जा रहा है एचईसी का अतिक्रमण, भ्रम फैला रहे बाबूलाल मरांडी : सुप्रियो भट्टाचार्य

रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मरांडी इन दिनों मुद्दों की तलाश में रांची में ही रहकर सक्रियता दिखा रहे हैं, लेकिन उनकी बयानबाज़ी से ज़्यादा भ्रम फैल रहा है। भट्टाचार्य ने हाल ही में वायरल हुए उस वीडियो का ज़िक्र किया, जिसमें मरांडी हटिया विधायक के साथ बिरसा चौक पर दिखे थे और मौके से डीसी को कॉल कर रहे थे। इस पर उन्होंने कहा कि एचईसी इलाके में अतिक्रमण हटाने का निर्णय राज्य सरकार का नहीं, बल्कि भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय और साउथ ईस्टर्न रेलवे के निर्देश पर लिया गया है। मंत्रालय ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि एचईसी की जमीन पर आवासीय परिसर खड़ा कर दिया गया है और इसे खाली कराना ज़रूरी है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब आदेश केंद्र सरकार की ओर से आया है तो मरांडी ने भारी उद्योग मंत्रालय और रेलवे को पत्र क्यों नहीं लिखा। “बाबूलाल बताएं कि जिन लोगों ने एचईसी की जमीन पर कब्ज़ा किया है, वे कौन हैं। झारखंड की जनता अतिक्रमणकारी नहीं है, यहां बाहर से आए लोग ही ज़मीन पर कब्ज़ा जमाए बैठे हैं,” भट्टाचार्य ने कहा। जेएमएम प्रवक्ता ने उदाहरण देते हुए कहा कि कूटे गांव में विस्थापित परिवारों को सरकार ने आवास उपलब्ध कराया है, लेकिन धुर्वा डैम के आसपास सेक्टर-2 और सेक्टर-3 के पीछे किसके समय में बिजली के खंभे लगाए गए और किस आधार पर उन बस्तियों को वार्ड में शामिल किया गया, इसका जवाब भी बाबूलाल को देना चाहिए।
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, “असल अतिक्रमणकारी तो भाजपा है। असम में 3000 एकड़ कॉरपोरेट सौंप दी गई, जिस पर अदालत को सवाल उठाना पड़ा। मुंबई की धारावी, जहां मज़दूर रहते थे, उसे अदानी को दे दिया गया। हसदेव का जंगल अंबानी को और महाराष्ट्र का आरे जंगल काट कर साफ कर दिया गया। बाबूलाल बताएं, विस्थापन किसे कहते हैं?
सुप्रियो ने कहा कि जेएमएम सरकार ने विस्थापन आयोग बनाया है और राज्य में विस्थापन की पीड़ा को भलीभांति समझती है। लेकिन भाजपा और उसके नेता केवल कॉरपोरेट घरानों के हित में खड़े रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एचईसी की अतिक्रमित ज़मीन पर ज़मीन दलाली करने वाले रहते हैं और इसी कारण वहां बाबूलाल मरांडी को “दर्द” दिखाई देता है।
सीएम आवास घेरने की मरांडी की घोषणा पर भी भट्टाचार्य ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “पहले एचईसी या डीआरएम ऑफिस घेर कर दिखाइए। वहां सीआईएसएफ और आरपीएफ आपका स्वागत करेंगे। उसके बाद सीएम आवास की बात कीजिए।”भट्टाचार्य ने दो टूक कहा कि विस्थापन और अतिक्रमण की असली दोषी भाजपा है, जबकि जेएमएम सरकार झारखंडी जनता के साथ खड़ी है।

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

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